
भारत में साल 2020 में आर्थिक सुस्ती बरकरार रहेगी: डीबीएस
इन दिनों देश की अर्थव्यवस्था को लेकर हर दिन कोई न कोई बुरी खबर सुनने को मिल रही है। बीते गुरुवार को फाइनेंशियल सर्विसेज प्रोवाइडर कंपनी ने इस साल दिसंबर तिमाही में भारत की जीडीपी ग्रोथ का अनुमान कम कर दिया था। अब सिंगापुर की डीबीएस बैंकिंग समूह ने भारतीय अर्थव्यवस्था में सुधार की गति धीमी रहने का अनुमान जताया है। डीबीएस बैंकिंग समूह के मुताबिक साल 2020 में आर्थिक सुस्ती बरकरार रहेगी। साथ ही बैंकिंग समूह ने चालू वित्तवर्ष में भारत की आर्थिक वृद्धि दर यानी जीडीपी ग्रोथ का अनुमान 5.5 फीसदी से घटाकर पांच फीसदी कर दिया है।डीबीएस ने अपनी रिपोर्ट में लिखा है कि इस साल भारतीय अर्थव्यवस्था पर आर्थिक गतिविधियों में तेज गिरावट तथा वित्तीय क्षेत्र में बनी चुनौतियां हावी रही हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, यह नरमी कई वजह से है। इससे लगता है कि 2020 में भी सुधार की गति धीमी रह सकती है। डीबीएस ने कहा कि वित्तवर्ष 2020-21 में भारत के जीडीपी की ग्रोथ दर 5.8 फीसदी पर पहुंच सकती है। रिपोर्ट की माने तो फरवरी में पेश होने वाले आम बजट में मांग को बढ़ावा देने वाले उपायों की घोषणा की जा सकती है। इससे अल्पावधि में आर्थिक वृद्धि को सहारा मिल सकता है। इसके अलावा सरकारी खर्च को पुन:प्रारंभ करने तथा भंडार में पुन: वृद्धि से उत्पादन को मदद मिल सकती है। डीबीएस ने कहा,हमें मौद्रिक, वित्तीय और वृहद नीतियों के द्वारा 3 स्तरीय समर्थन की उम्मीद बनी हुई है। बता दें कि हाल ही में रिजर्व बैंक ने भी देश की आर्थिक वृद्धि दर का अनुमान 6.1 फीसदी से घटाकर 5 फीसदी कर दिया है। इसके अलावा अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष ने भी देश की जीडीपी वृद्धि दर का अनुमान 7 से घटाकर 6.1 फीसदी किया है। वहीं विश्वबैंक के मुताबिक 6 फीसदी जीडीपी ग्रोथ का अनुमान है। जबकि एशियाई विकास बैंक (एडीबी) के मुताबिक जीडीपी ग्रोथ का अनुमान 5.1 फीसदी रह सकता है।