
बीते साल के आसपास ही रह सकता है चालू वित्त वर्ष का निर्यात कारोबार
देश के निर्यात कारोबार में वृद्धि की उम्मीद नहीं है यह चालू वित्त वर्ष के दौरान 330 से 340 अरब डालर के पिछले साल के स्तर के आसपास ही रह सकता है। निर्यातकों के संगठन फेडरेशन आफ इंडियन एक्सपोर्ट आर्गेनाइजेशन (फियो) ने सोमवार को यह कहा है। चालू वित्त वर्ष में अप्रैल से नवंबर अवधि के दौरान निर्यात का आंकड़ा एक साल पहले की इसी अवधि के मुकाबले दो प्रतिशत गिरकर 212 अरब डॉलर तक पहुंचा है। जबकि पिछले वित्त वर्ष 2018-19 में देश से 331 अरब डालर का निर्यात किया गया था। फियो के अध्यक्ष शरद कुमार सर्राफ ने कहा कि वैश्विक स्थिति अत्यंत चुनौतीपूर्ण बनी हुई है। उन्होंने कहा कि विभिन्न देशों में बढ़ते संरक्षणवाद की वजह से वैश्विक व्यापार में अनिश्चितता की स्थिति बनी हुई है। बहरहाल, निर्यातकों को 2020 की पहली छमाही में स्थिति में सुधार आने की उम्मीद है। उन्होंने कहा कि वैश्विक व्यापार में भारत का हिस्सा काफी कम रहने के बावजूद भारत का निर्यात वैश्विक आयात के रुख के अनुरूप रहता है। सर्राफ ने कहा, ‘ऐसे में जबकि वैश्विक आयात घट रहा है, तो हमारा निर्यात इससे प्रभावित होगा। अभी अप्रैल-नवंबर की अवधि में निर्यात 1.99 प्रतिशत घटा है। ऐसे में हमारा अनुमान है कि देश से वस्तुओं का निर्यात 330-340 अरब डॉलर के बीच रहेगा।’ फियो के अध्यक्ष ने कहा कि बुनियादी ढांचे में सुधार और लॉजिस्टिक्स के मोर्च पर पहल से हमारे निर्यात की प्रतिस्पर्धा क्षमता और बढ़ेगी। उन्होंने कहा कि वैश्विक स्थिति सुधरती है, तो हम अगले वित्त वर्ष में निर्यात में 15 प्रतिशत वृद्धि का लक्ष्य लेकर चल सकते हैं। निर्यातकों को 2020 की पहली छमाही में वैश्विक स्थिति में सुधार की उम्मीद है।