
ऑस्ट्रेलिया को आग के कारण होगा 4.4 अरब डॉलर का नुकसान
ऑस्ट्रेलिया के जंगलों में पिछले 4 माह से लगी आग ने तबाही मचा रखी है। दुनियाभर के दमकलकर्मी ऑस्ट्रेलिया के तीन राज्यों में आग बुझाने में जुटे हैं। हालांकि, भारी गर्मी के कारण आग पर काबू पाने में सफलता नहीं मिली है। इसी बीच रेटिंग एजेंसी मूडीज का अनुमान है कि जंगलों की आग से ऑस्ट्रेलिया को 4.4 अरब डॉलर (करीब 31 हजार करोड़ से अधिक) का नुकसान हो सकता है। यानी इस साल 2009 की आग का रिकार्ड टूट सकता है। आग से ऑस्ट्रेलिया की इकोनॉमी खतरे में है और इससे काफी नुकसान हो सकता है। पहले ही उपभोक्ताओं का सरकार से भरोसा हिला हुआ है। अब वायु प्रदूषण और टूरिज्म-फार्मिंग सेक्टर को सीधे नुकसान का असर उसकी इकोनॉमी पर पड़ेगा। मूडीज की इकॉनामी जानकार कैटरीना ने कहा कि अभी जंगलों की आग गर्मी की वजह से कुछ दिन और रह सकती है।
इसके अलावा विक्टोरिया राज्य का एक शहर मालाकूटा को आग से भारी नुकसान हुआ है। कैटरीना के मुताबिक, ऑस्ट्रेलिया की यह परेशानी अभी और बढ़ सकती है, क्योंकि जंगलों की आग का सीजन अभी शुरू ही हुआ है। इन पर नियंत्रण पाना काफी मुश्किल है। लंबे समय से जारी सूखे के चलते भी ऑस्ट्रेलियाई उद्योगों को घाटा उठाना पड़ रहा है। यानी ताजे उत्पादों को निर्माण कम हो रहा है। इनके नुकसान की वजह से उपभोक्ताओं को भी जरूरी चीजें खरीदने के लिए ज्यादा कीमतें चुकानी पड़ रही हैं।
इसके अलावा इस वक्त टूरिज्म इंडस्ट्री भी बुरी तरह प्रभावित है।लाखों जानवरों के मरने की वजह से अब इस दोबारा खड़ा करने में करोड़ों डॉलर का खर्च होगा। धुएं की वजह से फैले प्रदूषण से अब तक 30 प्रतिशत जनसंख्या प्रभावित हुई है। इससे कामगारों की क्षमताओं पर भी असर पड़ा है। सरकार को अब इन समस्याओं से निपटने के लिए स्वास्थ्य सेवाओं पर ज्यादा खर्च करना पड़ेगा। सड़कों को बंद करने और इंश्योरेंस की कीमतें अदा करने से अर्थव्यवस्था पर बोझ बढ़ेगा। ऑस्ट्रेलिया के इंश्योरेंस काउंसिल के मुताबिक, सोमवार तक बीमे के 8200 क्लेम हो चुके हैं। इनमें प्रशासन को 70 करोड़ डॉलर (करीब 3500 करोड़ रुपए) चुकाना होगा।