
कोरोना वायरस से निपटने सेना की मदद लेगा चीन, राष्ट्रपति शी का फैसला
चीन में फैले संक्रमित कोरोना वायरस से निपटने और उसे रोकने के लिए अब सेना की मदद लेने का फैसला किया गया है। राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने प्रकोप को रोकने की जिम्मेदारी सेना को दी। इस महामारी से 132 लोगों की मौत हो गई है और इस वायरस से करीब 6,000 संक्रमित भी हुए हैं तथा यह 17 देशों में फैल गया है। इस बीच, कई वैश्विक एयरलाइनों ने चीन के विभिन्न शहरों के लिए अपनी उड़ानें रद्द कर दी हैं। चीन में इस वायरस से छह विदेशी भी संक्रमित हुए हैं। जर्मनी में चार मामलों की पुष्टि हुई है। इस तरह, फ्रांस के बाद यह दूसरा यूरोपीय देश हो गया है।
पीपल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) के प्रमुख राष्ट्रपति शी ने सेना से अपने उद्देश्य को दृढ़ता से मन में रखने और वायरस के खिलाफ जंग जीतने में योगदान देने की मुश्किल जिम्मेदारी उठाने को कहा है। वहीं, पीएलए ने हुबई प्रांत की राजधानी वुहान में अपने हजारों मेडिकल कर्मियों को इस वायरस से संक्रमित लोगों को बचाने के कार्य में लगाया है, ताकि डॉक्टरों की मदद की जा सके। यह शहर इस वायरस से सर्वाधिक प्रभावित हुआ है। वायरस अब 17 देशों में फैल गया है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि वायरस संक्रमण अगले 10 दिन में चरम पर पहुंच जाएगा जिसके परिणाम स्वरूप बड़ी संख्या में लोगों की मौत होगी। चीन के स्वास्थ्य अधिकारियों ने बुधवार को बताया कि वायरस संक्रमण के 5,974 मामलों की पुष्टि हो गई और वायरस की वजह से होने वाले निमोनिया के 31 नए मामले मंगलवार तक सामने आए थे।