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ईरानी मिसाइल हमले का अभी तक दिख रहा असर  -सिर दर्द, आंखों में कम दिखने, चक्कर आने जैसी हो रही समस्या    

ईरानी मिसाइल हमले का अभी तक दिख रहा असर  -सिर दर्द, आंखों में कम दिखने, चक्कर आने जैसी हो रही समस्या    

ईरानी मिसाइल हमले का अभी तक दिख रहा असर 
-सिर दर्द, आंखों में कम दिखने, चक्कर आने जैसी हो रही समस्या    

 इराक में मौजूद अमेरिकी वायुसेना के अड्डों पर ईरान की ओर से किए गए मिसाइल हमले का असर अभी तक अमेरिकी सैनिकों पर दिखाई दे रहा है। हमले के महीने भर बाद एक बार फिर अमेरिका की ओर से सफाई देते हुए कहा गया है कि ईरान के मिसाइल अटैक में 100 से ज्यादा अमेरिकी सैनिकों को नुकसान हुआ है। पेंटागन की ओर से पिछली बार जारी किए गए आंकड़ों को देखने के बाद घायल सैनिकों की संख्या में 50 प्रतिशत का इजाफा हुआ है। बता दें कि कुद्स फोर्स के प्रमुख मेजर जनरल कासिम सुलेमानी की मौत के बाद ईरान ने बदले की कार्रवाई करते हुए इराक में अमेरिकी एयरबेस पर हमला किया था। सुलेमानी पर अमेरिकी सुरक्षा एजेंसी पिछले काफी समय से नजर रख रही थीं। पेंटागन की ओर से सफाई देते हुए कहा गया है कि अब तक 109 अमेरिकी सैनिकों को मस्तिष्क की चोट लगी थी, जिसमें से 79 सैनिक फिर ड्यूटी पर लौट आए हैं। संयुक्त चीफ ऑफ स्टाफ के अध्यक्ष, आर्मी जनरल मार्क मिले ने पिछले महीने कहा था कि मस्तिष्क की दर्दनाक चोटों से पीड़ित अमेरिकी सैनिकों का इलाज किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि ज्यादातर सैनिकों को सिरदर्द, चक्कर आना, आंखों की रोशनी कमजोर होना और संवेदनशील होना शामिल है। गौरतलब है कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की धमकी के बावजूद 8 जनवरी को सुबह साढ़े 5 बजे ईरान ने एक बार फिर इराक स्थित अमेरिकी एयरबेस को निशाना बनाते हुए दो दर्जन से अधिक मिसाइलें दागी थीं। अमेरिकी एयरबेस को निशाना बनाए जाने की पुष्टि खुद पेंटागन ने की है। ईरान की ओर से किए गए इस हमले के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ट्वीट करते हुए कहा था, 'ऑल इज़ वेल। यहां बता दें कि  ईरान ने 8 जनवरी को इराक में मौजूद अमेरिकी वायु सेना के अड्डों पर हमला किया था। उस समय ईरान ने दावा किया था कि हमले में 80 अमेरिकी सैनिक मारे गए हैं। हालांकि उस समय अमेरिका ने दावा किया था कि हमले से ठीक पहले पेंटागन वॉर्निंग सिस्टम के कारण सभी सैनिक बंकरों में चले गए थे, जिसके कारण सैनिकों को कोई नुकसान नहीं हुआ था। 

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