
भारत के सुर में अमेरिका ने मिलाया सुर, बिना आंतकवाद खत्म पाकिस्तान से बातचीत नहीं
अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप के दो दिवसीय भारत दौरे से ठीक पहले अमेरिकी राष्ट्रपति भवन ने पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद को लेकर बड़ा बयान दिया है। आंतकवाद के मामले में अमेरिका ने भारत के सुर में सुर मिलाकर कहा है कि आतंकवाद और बातचीत साथ-साथ नहीं चल सकती हैं। यह भारत का पुराना स्टैंड रहा है, अब इसे अमेरिका ने भी दोहराया है। अमेरिकी राष्ट्रपति भवन ने कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति लगातार भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव कम करने को लेकर कोशिश कर रहे हैं। दोनों देशों के बीच बातचीत तभी सफल हो सकती हैं,तब पाकिस्तान अपने देश में आतंकवादियों और चरमपंथियों पर कार्रवाई करे।
ट्रंप के भारत यात्रा के दौरान कश्मीर मुद्दे पर फिर मध्यस्थता की पेशकश करने के सवाल पर वाइट हाउस के वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी ने कहा,मुझे लगता है कि राष्ट्रपति इस दौरे पर जो कुछ भी कहें वह भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव कम करने के लिए काफी प्रेरित करने वाला होगा।
बात दे कि राष्ट्रपति ट्रंप और अमेरिका की प्रथम महिला मेलानिया ट्रंप का 24 और 25 फरवरी को अहमदाबाद और नई दिल्ली जाने का कार्यक्रम है। इसके साथ ही उनका आगरा जाने का कार्यक्रम भी संभावित है। उनके साथ 12 सदस्यीय अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल भी होगा। अमेरिकी राष्ट्रपति भवन के अधिकारी ने कहा,हमारा हमेशा से मानना है कि दोनों देशों (भारत और पाकिस्तान) के बीच किसी भी सफल बातचीत की नींव पाकिस्तान के अपने क्षेत्र में आतंकवादियों और चरमपंथियों पर कार्रवाई पर निर्भर है। वहीं अफगानिस्तान शांति प्रक्रिया पर अधिकारी ने कहा कि अमेरिका, भारत को प्रेरित करेगा कि वह इस शांति प्रक्रिया का समर्थन करने के लिए जो कर सकता है,वह करे, जिससे यह सफल हो। अधिकारी ने कहा,हम सैन्य भागीदारी खत्म कर सकते हैं।