
अमेरिकी दवा कंपनी ने किया कोरोना का इलाज ढूंढ लेने का दावा
दवा बनाने वाली कंपनी फाइजर ने कोरोना वायरस का इलाज ढूंढ लेने का दावा किया है। फाइजर ने कहा कि उसने एक ऐसा एंटी वायरल कंपाउंड विकसित किया है, इसके द्वारा कोरोना वायरस का इलाज संभव है। कंपनी की तरफ से कहा गया है कि इस कंपाउंड में कोरोना वायरस को रोकने की क्षमता है। कंपनी एक थर्ड पार्टी के साथ मिलकर कोरोना वायरस के इलाज के लिए कंपाउंड पर काम कर रही है। कंपनी ने कहा कि मार्च तक वहां उस कंपाउंड की स्क्रीनिंग पूरी कर लेगी। अगर इसमें वहां कामयाब हो जाते हैं,तब इस साल के आखिर में इस पर प्रयोग शुरू होगा। कंपनी दवा की टेस्टिंग शुरू करेगी।
बात दे कि अमेरिका भी कोरोना वायरस का इलाज ढूंढने में लगा है। फाइजर कंपनी के चीफ साइंटिफिक ऑफिसर माइकल डोलस्टन उन दवा कंपनियों के अधिकारियों में शामिल थे, जिन्होंने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मुलाकात की। एक तरफ कोरोना वायरस का संक्रमण दुनिया के कई हिस्सों में फैलता जा रहा है,तब वहीं इसके इलाज को लेकर वैज्ञानिक दिनरात जुटे हैं। कोरोना वायरस के इलाज के लिए वैक्सीन की खोज भी जारी है। अगर कोई दवा कंपनी इसके इलाज वाली वैक्सीन बनाने में कामयाब होती है,तब वहां अरबों रुपये कमा सकती है।इसकारण दुनिया की बड़ी से बड़ी फार्मास्यूटिकल कंपनियां कोरोना वायरस के इलाज की वैक्सीन की खोज में लगी हैं। एक आंकड़े के मुताबिक कोरोना वायरस की वजह से ग्लोबल वैक्सीन मार्केट में 60 बिलियन यूएस डॉलर की बढ़त दर्ज की जा सकती है। हालांकि ये इतना आसान नहीं है। इसके वैक्सीन की खोज को लेकर कई तरह के प्रयोग किए जा रहे हैं। लेकिन अभी तक इसके वैक्सीन की खोज नहीं की जा सकी है।