
मार्च माह के दूसरे पखवाडे में महीने में मौसम में परिवर्तित होते ही सब्जियों के के भाव बढने लगे है। पारा चढने से कई सब्जियों के दाम जहां चार गुना तक महंगे हो गए हैं तो सदिNयों के मौसम में सस्ती बिकने वाली सब्जियां दो गुने दामों तक पहुंच गई हैं। दो महीने पहले आलू से लेकर मटर, फूलगोभी, पत्तागोभी, टमाटर, सेमफली सहित आदि सब्जियों की आवक अधिक होने से ग्राहकों को सस्ते दामों में मिल रही थीं।लेकिन अब सब मंहगे होते जा रहे है। पिछले माह जो टमाटर १० रुपए किलो बिक रहा हथा आज उसके भाव ४० रुपए किलों तक हो गए है।
ज्यादातर सब्जियां दस से पंद्रह रुपए प्रति किलो के भाव से बेची जा रही थीं। लेकिन आलू को छोड़कर बाकी सब्जियों की आवक घटने से लगातार दामों में इजाफा हो रहा है। हालांकि अब महगें दामों पर भी इनकी गुणवता पहले जैसी नहीं रही है। झ्सी बीच गार्मियों के सीजन में आने वाली सब्जियों की आवक शुरु होने और उनके दाम स्थिर होने तक सब्जियों के दाम बढने लगे है।
वर्तमान में सब्जियों के दामों को देखा जाए तो मटर ५० रुपए किलो, फूलगोभी ५० से ६०, पत्ता गोभी ३० से ४०, मैथी ४० से ५०, पालक ३० से ४०, बैगन ४० रुपए, लौकी ५० से ६०, तौरई ६० से ७०, टमाटर ४०, आलू १५, सेम ६०, अदरक १२०, प्याज १५ से २० रुपए किलो के दामों में बेची जा रही है।वही हरा धनिया तथा मिर्च के भाव १०० रुपए किलों तक आ गए है।ज्यादातर लोग सब्जी महंगी होने से हरी सब्जियों की अपेक्षा दाल व अन्य सब्जियों पर निर्भर होने लगे हैं। वहीं सब्जी व्यापारियों का मानना है कि इसी तरह से भाव बढ़ते गए तो गमिNयों के दिनों में व्यापार करना मुश्किल हो जाएगा।साग भाजी महंगी होने से अब लोग कम मात्रा में सब्जी खरीदने लगे है।