
कोरोना वायरस के कहर से दुनिया के 188 देश जूझ रहे हैं। जानलेवा वायरस से अब तक 13 हजार से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। विश्वभर के वैज्ञानिक और शोधकर्ता महामारी का कोई इलाज नहीं तलाश सके हैं। इस बीच फ्रांस के एक शोधकर्ता ने दावा किया है कि उसने कोविड-19 को मात देने वाली दवा का पता लगा लिया है। शोधकर्ता प्रोफेसर दीदिअस रॉवोल्ट ने दावा किया है, कि नए तरीके से इलाज के बाद यह मात्र 6 दिन के अंदर वायरस के प्रसार को रोक देता है। प्रो. रॉवोल्ट को फ्रांस सरकार ने कोरोना का इलाज तलाशने के लिए नामित किया है। प्रो.रॉवोल्ट ने बताया कि कोविड-19 के मरीजों को अगर क्लोरोक्विन दिया जा रहा है,तब उनके ठीक होने की प्रक्रिया बहुत तेज होती जा रही है। इसके तेजी से हो रहे प्रसार में भी काफी कमी आ रही है।
वर्ष 1940 के दशक से क्लोरोक्विन दवा का इस्तेमाल आमतौर पर मलेरिया के इलाज में होता रहा है। प्रोफेसर रॉवोल्ट ने दक्षिणपूर्व फ्रांस के करीब 24 मरीजों को यह दवा दी। इन सभी लोगों ने स्वेच्छा से यह दवा ली। मरीजों को 10 दिनों तक 600 एमसीजी की क्लोरोक्विन दवा दी गई। उनकी व्यापक निगरानी की गई क्योंकि इससे साइड इफेक्ट का खतरा था। प्रोफेसर रॉवोल्ट ने कहा, 'हम यह पता लगाने में सफल रहे कि जिन मरीजों को क्लोरोक्विन दवा नहीं दी गई वे 6 दिन बाद भी इस बीमारी से जूझ रहे थे लेकिन जिन लोगों को क्लोरोक्विन दवा दी गई उनमें केवल 25 प्रतिशत लोग ही अब बीमारी से पीड़ित हैं।