देश की सबसे बड़ी ऑयल आपूर्ति कंपनी इंडियन ऑइल ने समय से पहले ही बीएस 6 फ्यूल की सप्लाई शुरू कर दी है। कंपनी इसकी शुरुआत करने वाली पहली कंपनी बन गई है। सबसे स्वच्छ फ्यूल माने जाने वाले बीएस 6 फ्यूल को पूरा देश 1 अप्रैल से अपनाएगा, लेकिन आईओसी ने दो हफ्ते पहले ही 28000 पेट्रोल पंपों पर इस फ्यूल की सप्लाई शुरू कर दी है। बीएस 6 मानक वाले पेट्रोल डीजल में बहुत कम मात्रा में सल्फर होता है, इसलिए इसे शुद्ध माना जाता है।
इंडियन ऑइल के चेयरमैन संजीव सिंह ने कहा, 'हमने देशभर में बीएस-6 ग्रेड के ईंधन की सप्लाई शुरू कर दी है। हमारे 28 हजार पेट्रोल पंप एक हफ्ते से ज्यादा समय से इसे डिस्पेंस कर रहे हैं।' भारत पेट्रोलियम(बीपीसीएल), हिंदुस्तान पेट्रोलियम(एचपीसीएल) भी बीएस 6 फ्यूल सप्लाई कर रही हैं और एक हफ्ते के भीतर पूरा देश इस सबसे स्वच्छ ईंधन पर स्विच कर जाएगा। सरकार ने यूरो-6 उत्सर्जन वा मानकों पर आधारित फ्यूल के लिए 1 अप्रैल की डेडलाइन तय की थी। आईओसी के सप्लाई शुरू के साथ ही भारत उन चुनिंदा देशों में शामिल हो गया है, जहां कम सल्फर वाले स्व्चछ फ्यूल का इस्तेमाल किया जाता है। संजीव सिंह ने कहा कि यह ऐसी उपलब्धि है, जिसे कम इकॉनमीज इतने कम समय में हासिल कर पाई हैं। भारत महज 3 सालों में बीएस-4 से बीएस-6 में शिफ्ट रहा है। खास बात यह है कि स्वच्छ फ्यूल बीएस-6 में स्चिंग ऐसे समय में हो रही है जब पूरी दुनिया कोरोना वायरस महामारी की चपेट में है।
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इंडियन ऑइल ने कम सल्फर वाले बीएस-6 ईंधन की आपूर्ति शुरू की