दिल्ली समेत पूरे देश में कोरोना के खतरे को देखते हुए अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में ओपीडी सेवाएं अगले आदेश तक बंद कर दी है। इसकी जानकारी दिल्ली एम्स की तरफ से सोमवार को दी गई है। एम्स में अब ऑपरेशन और ओपीडी दोनों बंद रहेंगी। सिर्फ आपातकालीन सेवाएं ही चालू रहेंगी। ओपीडी सेवाएं बंद होने से हजारों मरीजों को तगड़ा झटका लगा है। हांलाकि एम्स का कहना है कि कोरोना के खतरे को देखते हुए ओपीडी सेवा बंद करने का फैसला किया गया है। इससे पहले एम्स प्रशासन रुटीन सर्जरी को बंद कर दिया था। जिन मरीजों ने पहले से इलाज के लिए डॉक्टरों से समय लिया है, उन्हें भी मैसेज भेजकर अप्वाइंटमेंट रद कर उसे आगे बढ़ाने को कहा जा रहा है। मालूम हो कि दिल्ली एम्स में प्रतिदन करीब 12 हजार मरीज इलाज के लिए पहुंचते हैं। उनके साथ दो-तीन तीमारदार भी होते हैं। इसलिए प्रतिदिन करीब 30 से 40 हजार लोगों की भीड़ पहुंचती है। उसे नियंत्रित करने के लिए एम्स प्रशासन ने यह कदम उठाए हैं। एम्स के प्राइवेट वार्ड में 288 कमरे हैं। इसलिए प्राइवेट वार्ड को भी कोरोना के इलाज के लिए तैयार किया जा रहा है। एम्स ने ट्रॉमा सेंटर में बने न्यू इमरजेंसी सेंटर में भी 20 आइसोलेशन बेड तैयार किए हैं। साथ नवनिर्मित बर्न व प्लास्टि सर्जरी सेंटर में भी कोरोना के इलाज की व्यवस्था की गई है। साथ ही झज्जर स्थित राष्ट्रीय कैंसर संस्थान (एनसीआइ) में 125 बेड की व्यवस्था की गई है। दिल्ली के सभी बड़े अस्पताल रूटीन सर्जरी बंद कर चुके हैं और ओपीडी पंजीकरण का समय भी घटा दिया है।
- दिल्ली में लॉकडाउन
राष्ट्रीय राजधानी को लॉकडाउन कर दिया गया है। वहीं, उप्र के गौतमबुद्धनगर, गाजियाबाद समेत 16 जिलों को 25 मार्च तक लॉकडाउन कर दिया गया है। हरियाणा के गुरुग्राम, फरीदाबाद समेत सात जिलों को 31 मार्च तक लॉकडाउन रहेंगे। अब दिल्ली-एनसीआर में मेट्रो, बस और ऑटो नहीं चलेंगे। सिर्फ जरुरी काम वाले लोगों को ही इससे छूट मिलेगी।
- लॉकडाउन है क्या
किसी आपदा या महामारी के समय सरकार लॉकडाउन की व्यवस्था लागू करती है। यदि किसी क्षेत्र में लॉकडाउन लागू हो जाता है तो वहां के लोगों को घरों से निकलने की इजाजत नहीं होती। सिर्फ दवा और अनाज जैसी जरूरी चीजों के लिए निकला जा सकता है। अस्पताल और बैंक के काम के लिए भी घर से निकल सकते हैं।
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कोरोना: दिल्ली एम्स में सभी प्रकार की ओपीडी बंद, अगले आदेश तक नहीं होगा इलाज