
अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में सिखों के धार्मिक स्थल पर बुधवार को हुए आतंकी हमले में चार लोगों की मौत हो गई है। बताया जा रहा है कि उस वक्त गुरुद्वारे में सिख समुदाय प्रार्थना के लिए जमा हुआ था। आंतरिक मामलों के मंत्रालय ने हमले की पुष्टि करते हुए कहा कि अज्ञात बंदूकधारियों और सूइसाइड बॉमर ने अटैक को अंजाम दिया है। उल्लेखनीय है कि अफगानिस्तान में सिख समुदाय मुख्य रूप से जलालाबाद और काबुल में रहते हैं। आंतरिक मंत्रालय के प्रवक्ता तारिक आरियन ने बताया कि हमले के तुरंत बाद सुरक्षाबलों ने इलाके को घेर लिया और जवाबी कार्रवाई की। हमले के पीछे कौन लोग थे इसकी जानकारी सामने नहीं आई है। अल्पसंख्यक सिखों पर यह पहला हमला नहीं है। पहले भी अफगानिस्तान में उनपर हमले होते आए हैं और डरकर वे भारत आने को मजबूर हुए हैं। 2018 में भी जलालाबाद में आत्मघाती हमला हुआ था जिसमें 13 सिख मारे गए थे। हमले की जिम्मेदारी इस्लामिक स्टेट ने ली थी। हमले से सिख समुदाय इतना डर गया था कि उन्होंने देश छोड़ने का फैसला कर लिया था। अफगानिस्तान में 300 से भी कम सिख परिवार रहता है जिनके पास दो ही गुरुद्वारा है। एक जलालाबाद और एक काबुल में।