कोरोना वायरस के फैलाव की रोकथाम के लिए लॉक्ड डाउन से सरकारी व निजी कर्मचारी घरों में कैद हैं। रेलवे बोर्ड ने ऐसे समय में ठेके पर काम करने वाले कर्मचायिों को राहत देते हुए पूरा वेतन देने का फैसला किया है। रेलवे बोर्ड से जारी आदेश में कहा है कि कोराना के चलते ड्यूटी पर नहीं आने वाले सभी कर्मचारियों को पूरा वेतन दिया जाएगा। रेलवे ने सिर्फ 50 हजार लोगों को वेतन देने का फैसला किया है, जबकि विभिन्न विभागों में 4.5 लाख कर्मचारी कार्यरत हैं।
रेलवे बोर्ड के एक वरिष्ठ अधिकारी का कहना है कि केंद्र सरकार के कोरोना के चलते लॉक्ड डाउन में कर्मचारियों को पूरा वेतन देने की घोषणा के बाद यह व्यवस्था रेलवे में भी लागू कर दी गई है। रेलवे ने 31 मार्च तक के लिए सभी 13524 यात्री ट्रेन का रद्द किया गया है। इसके चलते ट्रेनों में ऑनबोर्ड सफाई कर्मचारी, स्टेशन, सरकारी भवनों आदि में कार्यरत ठेका कर्मचारियों पर वेतन कटौती का संकट था। रेलवे बोर्ड ने मंगलवार को सभी ठेका कर्मचारियों को वेतन देने का आदेश जारी किया है। रेलवे अधिकारियों का कहना है कि से लगभग 50 हजार ठेका कर्मचारियों को लाभ मिलेगा। वहीं, एआईआरएफ के महामंत्री शिव गोपाल मिश्रा का कहना है कि भारतीय रेल में 13 लाख से अधिक रेल कर्मचारी व 4.5 लाख ठेका कर्मचारी कार्यरत हैं। राजधानी-शताब्दी व अन्य ट्रेनों के जनरेटर में इलेक्ट्रिकल-मकैनिकल तकनीशियन व ट्रेन में उक्त तकनीशियन ठेका कर्मचारी हैं।
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कोरोना: रेलवे अपने ठेका कर्मचारियों को देगा वेतन