कोरोना संकट से वर्कफ्रॉम होम और ज्यादातर लोगों के घरों में रहने और मोबाइल इस्तेमाल करने के चलते देश में मोबाइल कनेक्टिविटी को लेकर संकट खड़ा हो गया है। सरकार इसके लिए आने वाले दिनों में कुछ समय के लिए अतिरिक्त स्पेक्ट्रम अलॉट करने को मंजूरी दे सकती है। सीओएआई ने टेलिकॉम विभाग को लिखी चिट्ठी में मांग की है कि देश में अतिरिक्त स्पेक्ट्रम एलॉट करने की मांग की है। मोबाइल सिग्नल की समस्या को देखते हुए मोबाइल कंपनियां ऐसे इलाकों में छोटे टावर लगाना चाहती हैं ताकि सिग्नल सुधर सके। सीओएआई के डायरेक्टर जनरल राजन मैथ्यूज का कहना है कि मोबाइल कंपनियों ने मौजूदा सिग्नल हालात को देखते हुए टावर शेयरिंग शुरू कर दी है। उनके मुताबिक कई सालों से देश में विपरीत परिस्थितियों के समय सभी मोबाइल कंपनियां टावर शेयरिंग करती हैं ताकि ग्राहकों को बेहतर सेवाएं दी जा सके।
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कोरोना: अतिरिक्त स्पेक्ट्रम आवंटित करने की तैयारी में सरकार