बॉलीवुड अभिनेता पंकज त्रिपाठी फिल्म इंडस्ट्री के सबसे प्रतिभाशाली कलाकारों में से एक माने जाते हैं। वह प्रतिभाशाली होने के साथ-साथ मेहनती भी हैं। वह पिछले 8 माह से बिना छुट्टी लिए काम कर रहे थे और अब लॉकडाउन उनकी जिंदगी में किसी चमत्कार की तरह आया है। पंकज मड आइलैंड के अपने सी फेसिंग अपार्टमेंट में पिछले दिनों ही शिफ्ट हुए हैं। अब वह जिंदगी को बिल्कुल नए आयाम से देख रहे हैं। जब उनसे पूछा गया कि इतने वक्त तक लगातार काम करने के बाद अब घर बैठने से क्या वह बोर हो रहे हैं? जवाब में पंकज ने कहा नहीं, ऐसा बिल्कुल नहीं है। मुझे मेरे परिवार के साथ बिताने के लिए वक्त मिल रहा है। मैं अपनी 13 साल की बेटी आशी को साइकिल चलाने के लिए ले जाता हूं, फिर मैं और मेरी पत्नी उसके साथ गार्डन में खेलते हैं।
मुझे लोगों को बालकनी में देखना अच्छा लगता है। आमतौर पर मुंबई में लोगों के घरों की बत्तियां देर रात जलती हैं, जब वे घर लौटते हैं। अब शाम को बत्तियां जलते देख कर अच्छा लगता है। पंकज को गिटार और वायलिन बजाना पसंद है और वह हमेशा रिदमिक इंट्रूमेंट सीखना चाहते थे। पंकज ने बताया कि वह खाना बना सकते हैं, इसके लिए उन्हें किसी की जरूरत नहीं होती है। पंकज ने 1998 से लेकर 1999 के बीच एक होटल में कुक का काम किया है। हाल ही में पंकज ने अपनी बेटी के लिए इथोपियन दाल बनाई थी। वह अपनी बेटी के लिए चोखा बनाते हैं, जो बिहारी फील देता है। जाहिर है इन दिनों उनकी दुनिया उनकी बेटी के इर्द-गिर्द ही घूम रही है। पंकज ने बताया कि उन्हें अपनी बेटी की बनाई पेंटिंग्स देखना पसंद है। उन्होंने कहा अभिनेताओं को अपने व्यस्त कार्यक्रम की वजह से आमतौर पर उगता और ढलता सूरज देखने को नहीं मिलता है, लेकिन अब मैं हर शाम सूरज को ढलते हुए देखता हूं। रात को आसमान को देखता हूं। सुनहरे सितारों को देखता हूं। क्योंकि ये सब आशी की पेंटिंग्स का हिस्सा होते हैं।
एंटरटेनमेंट
पिछले आठ माह से पंकज त्रिपाठी ने नहीं ली थी छुट्टी, जीवन में चमत्कार की तरह आया लॉकडाउन