भारत में कोरोना संक्रमण को रोकने केलिए किए जाने वाले उपायों के तहत इसकी जांच की प्रयोगशालाओं की संख्या भी बढ़ाई है। सरकार ने भारत में निजी प्रयोगशालाओं को कोरोना जांच की अनुमति दी है। भारत में जिन निजी प्रयोगशालाओं को कोरोना वायरस की जांच की अनुमति दी गई हैं, उनमें दिल्ली में 6, गुजरात में 4, हरियाणा में 3, कर्नाटक में 2, महाराष्ट्र में 9, ओडिशा में एक, तमिलनाडु में 4, तेलंगाना में 5 और पश्चिम बंगाल की एक लैब शामिल है। कोरोना वायरस मानवता के लिए बहुत बड़े खतरे के रूप में सामने आया है। इस वायरस से लड़ने की दिशा में भारत ने एक और कदम बढ़ाते हुए प्राइवेट लैब को भी जांच की अनुमति दे दी है। अब कोरोना वायरस के संदिग्ध प्राइवेट लैब में भी अपनी जांच करा सकेंगे।
भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद ने देशभर की 35 निजी प्रयोगशालाओं को कोविड 19 परीक्षण के लिए मंजूरी दे दी है। दरअसल, देश में कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या 700 के पार पहुंच गई है। ऐसे में प्राइवेट लैब्स को जांच की अनुमति देकर मोदी सरकार ने कोरोना वायरस को फैलने से रोकने की दिशा में एक समझदारी वाला कदम उठाया है। उल्लेखनीय है कि अभी देश में कोरोना की जांच के लिए सरकार की ओर से 109 प्रयोगशालाएं बनाई गई हैं। हालांकि, आबादी के हिसाब से यह संख्या बहुत कम है। इसी कमी को दूर करने के लिए केंद्र सरकार ने निजी प्रयोगशालाओं को से भी हाथ मिलाया है। भारत में जिन प्राइवेट लैब को कोरोना वायरस की जांच की अनुमति दी गई हैं, उनमें दिल्ली में 6, गुजरात में 4, हरियाणा में 3, कर्नाटक में 2, महाराष्ट्र में 9, ओडिशा में एक, तमिलनाडु में 4, तेलंगाना में 5 और पश्चिम बंगाल की एक लैब शामिल है।
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सरकार ने 35 प्राइवेट लैब को भी दी कोरोना परीक्षण की मंजूरी