
कोरोना संक्रमण ने महामारी का रूप ले लिया है। दुनिया भर में कोविड-19 से संक्रमित मामलों की संख्या बढ़कर 5 लाख से पार हो गई है, जबकि महामारी से मरने वालों की कुल संख्या 22 हजार से अधिक पहुंच गई है। देश में 727 लोग कोरोना से संक्रमित हो चुके हैं और अब तक 20 लोगों की मौत हो चुकी है।
दुनिया भर में हाहाकार मचाने वाले कोरोना वायरस (कोविड-19) को लेकर हांगकांग के चार वैज्ञानिकों ने 13 साल पहले ही चेतावनी दी थी, लेकिन तब किसी ने गौर नहीं किया था।
दरअसल 13 साल पहले ही अपने रिसर्च रिव्यू में चार वैज्ञानिकों ने दुनिया को आगाह करते हुए चेतावनी दी थी कि बहुत जल्द ही चीन के वन्यजीव बाजार से सार्स जैसा ही एक वायरस जन्म ले सकता है। वैज्ञानिकों की इस चेतावनी पर किसी ने ध्यान नहीं दिया। अगर इस पर गौर किया गया होता तो आज यह स्थिति नहीं आती।
इस पर पीजीआई, पंजाब विश्वविद्यालय, नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फार्मास्युटिकल एजुकेशन एंड रिसर्च (नाइपर) जैसे प्रख्यात संस्थानों के वैज्ञानिकों ने बड़े सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने कहा कि 13 साल पहले इस रिसर्च पर दुनिया अगर ध्यान देती तो आज ऐसे हालान नहीं होते। दुनिया भर में कोरोना वायरस से हो रही मौतों का सिलसिला रुकने का नाम नहीं ले रहा है। इस खतरनाक वायरस से अब तक 23,950 लोगों की जान जा चुकी है, वही 175 देशों में फैले इस कोरोना वायरस से अब तक 526,544 लोग संक्रमित हो चुके हैं। जबकि 121,978 लोग ठीक हुए हैं। विश्व स्तर पर सबसे ज्यादा खराब हालात इटली में है, जहां 6,153 नए मामलों के साथ अब तक 80,539 केस सामने आ चुके है, वहीं 662 नई मौत होने के बाद यहां अब तक 8,165 लोग लोगों की मौत हो चुकी है।