
दुनिया के अधिकांश देश इस समय कोरोना वायरस की चपेट में आ चुके हैं। ब्रिटेन के प्रिंस चार्ल्स और वहां के प्रधानमंत्री समेत विश्व की कई बड़ी हस्तियां इस खतरनाक महामारी की शिकार हो चुकी हैं। इस बीच, खबर है कि राष्ट्रपति पुतिन ने पिछले सप्ताह एक अस्पताल के दौरे के दौरान जिस डॉक्टर से मुलाकात की थी, वह कोरोना पॉजिटिव पाया गया है। राष्ट्रपति पुतिन पिछले सप्ताहर मॉस्को के अस्पताल गए थे, जहां उन्होंने डॉ. डेनिस प्रोत्सेंक से बातचीत की थी। उस कोरोना पीड़ित डॉक्टर ने खुद यहर जानकारी फेसबुक के जरिए देते हुए लिखा है कि वह कोरोना पॉजटिव पाया गया है, लेकिन उसने आगे लिखा है कि अब उसकी तबियत काफी ठीक लग रही है|
डॉक्टर ने बताया कि कोरोना पॉजिटिव पाए के जाने के बाद उन्होंने अपने कार्यालय में खुद को अलग-थलग कर लिया है। प्रोत्सेंको रूस में कोरोना वायरस की लड़ाई में मॉस्को में मुख्य चेहरा रहे हैं और उनकी नियमित पोस्ट से कई लोगों ने बचाव के उपाय किए हैं। बता दें कि रूस में एक ही दिन में कोरोना वायरस के सवार्धिक 500 मामले सामने आने के बाद इस महामारी के प्रकोप को रोकने के लिए 31 मार्च को लॉकडाउन का दायरा बढ़ा दिया गया और साथ ही तीन महत्वपूर्ण कानूनों को मंजूरी दे दी गई। क्षेत्रफल के लिहाज से दुनिया के सबसे बड़े देश रूस के कुल 85 में से अब 40 से अधिक क्षेत्रों में लॉकडाउन लागू है। इनमें पूर्व में चीन की सीमा से लगा प्रिमोर्स्की क्राई और पश्चिम में कालिनिनग्राद क्षेत्र भी शामिल हैं।
वहीं दूसरी ओर संसद के निचले सदन स्टेट ड्यूमा ने तीन मसौदा विधेयकों को मंजूरी दे दी है, जिनमें कोरोना वायरस पृथकता नियमों का उल्लंघन करने वालों और झूठी खबरें फैलाने वालों को सात साल जेल की सजा का प्रावधान है। इससे पहले राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने सोमवार 30 मार्च को कड़े कदमों को सही ठहराते हुए कहा था कि अगर पूरे देश में मनोरंजन स्थलों को बंद नहीं किया गया तो स्थानीय अधिकारियों के खिलाफ आपराधिक लापरवाही का मामला दर्ज किया जा सकता है।
लगभग 14 करोड़ 40 लाख की आबादी वाले रूस में मंगलवार तक कोरोना वायरस से 17 लोगों की मौत हो चुकी है और 2,337 लोग इससे संक्रमित हैं। बीते 24 घंटे में देश में 500 नए मामले सामने आए हैं, जो कि एक दिन में सामने आए मामलों की सबसे अधिक संख्या है। राजधानी मास्को में ही कोरोना के 387 नए मामले सामने आए हैं। पिछले 24 घंटों के दौरान मास्को, सेंट पीटर्सबर्ग, व्लादिमीर क्षेत्र और पेंजा क्षेत्र में इस महामारी के कारण कुल आठ लोगों की मौत हुई है, जिससे देश में मरने वालों की संख्या बढ़कर 17 हो गई है।