
कोरोना के कहर से जूझ रहे दुनिया के सबसे ताकतवार मुल्क अमेरिका में हालात बेहद खराब है। कोरोना की चपेट में आने से अमेरिका में हरेक ढाई मिनट पर एक व्यक्ति की मौत हो रही है। इस महामारी से सबसे ज्यादा प्रभावित न्यूयॉर्क शहर संक्रमित लोगों के मामले में हुबेई प्रांत से आगे निकल गया है। अमेरिका में अब तक 3,890 लोग मारे गए और यह आंकड़ा काफी बढ़ सकता है। सिर्फ न्यूयॉर्क शहर में ही हरेक 6 मिनट पर एक व्यक्ति की मौत हो रही है। न्यूयॉर्क शहर में मरने वालों का आंकड़ा 1000 को पार कर गया है। बीती रात यहां कोरोना से मरने वालों की संख्या 182 बढ़ गई। न्यूयार्क शहर में 41,771 लोग कोरोना पॉजिटिव हैं। पूरा न्यूयॉर्क दुनिया में कोरोना महमारी का नया गढ़ बन चुका है। न्यूयॉर्क में कोरोना संक्रमण के 75,795 मामले सामने आए हैं। वहीं चीन के हुबई प्रांत में कोरोना से संक्रमण के 67,801 मामले सामने आए थे।
न्यूयॉर्क में मरने वालों की तादाद इतनी तेजी से बढ़ रही है कि लाशों को दफनाने में बेहद मुश्किल हो रही है। पिछले 30 साल से लाशों को दफनाने का काम करने वाले कंपनी के सीईओ मर्मो कहते हैं कि इतनी ज्यादा लाशें आ रही हैं कि उन्हें संभालना मुश्किल हो रहा है। मैं नहीं जानता हूं कि मैं कितनी लाशें ले सकता हूं। पूरे न्यूयॉर्क शहर में कोई भी इतना संसाधन रखता है जो इतनी बड़ी तादाद में लाशों को दफना सके। न्यूयॉर्क में लाशों का यह आलम है कि हरेक अस्पताल के मुर्दाघर लगभग भर गए हैं। उन्होंने कहा कि कोरोना से संक्रमित लाशों को दफनाना भी बेहद खतरनाक होता जा रहा है। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का मानना है कि अगले दो हफ्ते के अंदर कोरोना वायरस देश में अपने चरम पर पहुंचेगा। अमेरिकी सरकार को डर है कि इस खतरनाक वायरस की चपेट में आने से देश में 1 से 2.4 लाख लोगों की मौत हो सकती है। यह वियतनाम युद्ध में मारे गए लोगों की संख्या से 4 गुना ज्यादा होगी।