
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि रूस के उनके समकक्ष व्लादिमीर पुतिन ने खतरनाक कोरोना वायरस से लड़ने के लिए अमेरिका को चिकित्सीय आपूर्ति और जरूरी उपकरण मुहैया कराने की अच्छी पेशकश की और उन्होंने इसे स्वीकार किया। इस पेशकश के पीछे रूस के प्रोपेगेंडा (प्रचार) की आशंका को उन्होंने खारिज कर दिया। पुतिन ने 30 मार्च को ट्रंप से फोन पर बातचीत करने के दौरान चिकित्सीय सहायता की पेशकश की थी। अमेरिका के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने बताया कि इसके बाद अमेरिका ने रूस से वेंटिलेटर, चिकित्सीय आपूर्ति और अन्य व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरण खरीदने पर सहमति जताई। ट्रंप ने व्हाइट हाउस में इस संबंध में पूछे गए सवाल के जवाब में कहा कि रूस के राष्ट्रपति ने इस संबंध में अच्छा व्यवहार दिखाया। मैं पेशकश को नकारते हुए शुक्रिया कह सकता था या सिर्फ शुक्रिया कह कर ही बात खत्म कर सकता था। यह अच्छी गुणवत्ता वाली चिकित्सीय आपूर्ति थी और मैंने कह दिया कि मैं इसे लूंगा। हालांकि जब उनसे पूछा गया कि क्या यह क्रेमलिन का प्रोपेगेंडा साबित हुआ तो। इस पर ट्रंप ने कहा, नहीं, मैं रूसी प्रोपेगेंडा को लेकर चिंतित नहीं हूं। उन्होंने उच्च गुणवत्ता वाले चिकित्सीय सामान की पेशकश की, जिसे मैंने स्वीकार कर लिया। इससे काफी जिंदगियां बचाई जा सकती है। हम भी दूसरे देशों की मदद करते हैं। हमें ऐसा करना अच्छा लगता है। जैसा कि मैंने पहले कहा कि अगर हमारे पास काफी सामान होता तो हम इसे जाने देते। हमने कुछ जाने भी दिया लेकिन उन्होंने इसके लिए सामान मंगवाएं हैं और मैं उसे रोकना नहीं चाहता हूं।