
के सदस्यों ने इस्लामाबाद की नींद उड़ा दी है। पाकिस्तान के अधिकारी अब तबलीगी जमात के 41 हजार ऐसे सदस्यों की तलाश कर रहे हैं जो पिछले महीने लाहौर में हुए इज्तिमा में शामिल हुए थे। इस कार्यक्रम के बाद देश के कोने-कोने से आए ये लोग वापस अपने घरों को लौट गए थे।
लाहौर के राइविंड इलाके में पांच दिन तक हुए इस इज्तिमे में दुनियाभर से करीब ढाई लाख लोग शामिल हुए थे। इज्तिमे में शामिल कई जमाती अब कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। पाकिस्तानी अधिकारी अब बाकी बचे जमातियों की तलाश कर रहे हैं ताकि उन्हें क्वारंटाइन किया जा सके। एक सीनियर ऑफिसर ने नाम न बताए जाने की शर्त पर जिओ न्यूज से कहा, 'लाहौर में अकेले तबलीगी जमात के 41 लोग कोरोन वायरस पॉजिटिव पाए गए हैं।'
अधिकारी ने कहा, 'हमें डर है कि पाकिस्तान के 60 अलग-अलग शहरों में 10 हजार जमाती कोरोना वायरस से संक्रमित हैं। इन जमातियों की तलाश के लिए 5200 टीमें बनाई गई हैं। हरेक टीम में 8 सदस्य हैं। इन्हें देशभर की मस्जिदों में भेजा गया है।' यही नहीं लाहौर में हुए इज्तिमे में 26 देशों के 4500 लोगों ने हिस्सा लिया था। इनमें से भी कई लोगों के कोरोना से संक्रमित होने का खतरा मंडरा रहा है। हालांकि अधिकारियों ने दावा किया कि इनमें से 70 प्रतिशत विदेशी अपने देश वापस लौट गए हैं।
इस बीच पाकिस्तान के कई हिस्सों में अपने सदस्यों के कोरोना संक्रमण का शिकार होने और दूसरों को इससे संक्रमित करने के बाद अब तबलीगी जमात के नेतृत्व ने सरकार की बात मानते हुए अपनी सभी गतिविधियों को बंद करने का ऐलान किया है। अब धर्म प्रचार में निकले सभी तबलीगी समूहों को जमात के केंद्रों (मरकज) पर लौटने के लिए कहा गया है। यह लौटते दस्ते भी स्वास्थ्य अधिकारियों के लिए बड़ी चिंता की वजह बन गए हैं। पंजाब सरकार ने कहा है कि इन सभी लोगों को आइसोलेशन में रखा जा रहा है।