
कोरोना का कहर पूरी दुनिया में रुक नहीं रहा है। वायरस से अभी तक 59 हजार 141 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि संक्रमितों की संख्या 10 लाख 98 हजार पहुंच गई है। अमेरिका में शुक्रवार को करीब 1480 लोगों की मौत हो गई जो यह महामारी फैलने के बाद दुनिया के किसी भी देश में 24 घंटों में मृतकों की सबसे अधिक संख्या है। वहीं अमेरिकी वैज्ञानिकों ने दावा किया है कि बोलने और सांस के द्वारा भी कोरोना फैलता है।
वैज्ञानिकों का कहना है कि जब लोग सांस छोड़ते हैं,तब उसमें पैदा होने वाली अल्ट्राफाइन मिस्ट (धुंध) में वायरस जिंदा रहता है। विज्ञान, इंजीनियरिंग और मेडिसिन की स्थायी समिति की स्थायी समिति के अध्यक्ष डॉक्टर हार्वे फिनबर्ग ने कहा, 'वर्तमान शोध सीमित है, उपलब्ध अध्ययनों के परिणाम सांस लेने से होने वाले वायरस के प्रसार को दिखाते हैं।' किसी संक्रमित मरीज के सांस लेने के दौरान ये वायरस हवा में आ जाते हैं। एक वायरोलोजिस्ट ने कहा,यही वजह है कि ये वायरस तेजी से फैल रहा है। लोगों में इसके लक्षण जल्दी नहीं दिखते हैं। इस कारण इस बीमारी से बचने के लिए लॉकडाउन और आइसोलेशन बेहद जरूरी है।