
कोरोना को लेकर अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप के बाद ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन ने चीन को निशाने पर लिया है। उन्होंने कहा है कि कोरोना संक्रमण के पीछे चीन के वेट मार्केट (मांस के बाज़ार) का हाथ है। मॉरिसन ने संयुक्त राष्ट्र से चीनी वेट मार्केट के खिलाफ कार्रवाई की अपील करते हुए कहा कि चीन के मांस बाजार बाकी दुनिया और लोगों की सेहत के लिए गंभीर खतरा हैं। दरअसल पिछले साल नवंबर में कोरोना वायरस संक्रमण की शुरुआत वुहान शहर से हुई थी। कहा जा रहा है कि कोरोना का जन्म वुहान के मांस बाजार से हुई और वायरस पशुओं के जरिए इंसानों में आया। संक्रमण बढ़ने के बाद 'वुहान सीफूड होलसेल मार्केट' को जनवरी में बंद कर दिया गया था।
ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री ने एक इंटरव्यू में कहा, वेट बाजार चाहे जहां भी हों, गंभीर खतरा हैं। ये वायरस चीन में उपजा और वहां से होते हुए पूरी दुनिया में फैल गया। मुझे लगता है कि विश्व स्वास्थ्य संगठन को इस बारे में कुछ करना चाहिए क्योंकि ये दुनिया भर के लोगों की सेहत का सवाल है। अभी जो पैसे खर्च हो रहे हैं वहां संयुक्त राष्ट्र और डब्ल्यूएचओ से ही तो आ रहे हैं। वेट मार्केट में क्या बिकता है? वेट मार्केट में ताजा मांस, मछली और सीफूड मिलता है। मॉरिसन ने अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं से वेट मार्केट पर ध्यान देने की अपील की।
उन्होंने कहा, मुझे लगता है कि ये दुनिया के लिए बड़ी चुनौती है। विश्व स्वास्थ्य संगठन और अन्य अंतरराष्ट्रीय संगठनों को इस पर ध्यान देना चाहिए क्योंकि इसकी वजह से दुनिया भर के लोगों के स्वास्थ्य को ख़तरा है। मॉरिसन ने कहा, ऑस्ट्रेलिया में वेट मार्केट नहीं हैं और इसकी एक वाजिब वजह है। मैं किसी की संस्कृति पर टिप्पणी नहीं कर रहा हूं। मैं बस ये कह रहा हूं कि अगर इस तरह की फूड सप्लाई को लेकर सतर्कता नहीं बरती गई तो यह बेहद खतरनाक हो सकता है।