
चीन के वुहान से शुरू हुए कोरोना ने पूरी दुनिया को अपनी चपेट में ले लिया है। दुनिया भर में कुल 14,30,141 लोग कोरोना से संक्रमित हैं जबकि 82,119 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं जर्मनी इकलौता ऐसा देश है, जहां करीब 105519 हजार लोग संक्रमित हुए, लेकिन यहां मृत्यु दर इसके पड़ोसी देशों की तुलना में बेहद कम रही है। दरअसल जर्मनी में मृत्यु दर कम रख पाने के पीछे ट्रैकिंग ने अहम भूमिका निभाई है।
इस देश में पॉजिटिव पाए जाने वाले वाले हर व्यक्ति के संपर्क में आने वाले सभी लोगों की जांच की गई और नेगेटिव आने के बाद भी उन्हें दो हफ्ते तक आइसोलेट कर दिया गया था। जिसके बाद उनकी अच्छी तरह से निगरानी की गई। ऐसा करने से पॉजिटिव लोगों की पहचान कर ली गई । जबकि दूसरे देशों ने ऐसा नहीं किया, जिसकी वजह से वहां ज्यादा मौते हुई।
जर्मनी में करीब 1902 लोगों की ही जान गई है। इस हिसाब से उसकी मृत्यु दर महज 1.4 फीसदी है। वहीं, यह दर इटली में यह 12 फीसदी, स्पेन, फ्रांस और ब्रिटेन में 10 फीसदी, चीन में 4 फीसदी व अमेरिका में 2.5 फीसदी रही है। यहां तक कि दक्षिण कोरिया, जो कर्व फ्लैट्निंग के मॉडल के लिए जाना गया, वहां भी मृत्यु दर 1.7 फीसदी रही है।
उधर, देश में पिछले 24 घंटों के दौरान कोरोना वायरस संक्रमितों की संख्या में वृद्धि होने के साथ ही यह 5194 पर पहुंच गई है और संक्रमण के कारण अब तक 149 लोगों की मौत हुई है। स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से बुधवार सुबह जारी ताजा आंकड़ों के मुताबिक कोरोना वायरस का प्रकोप देश के 31 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में फैल चुका है। पिछले 24 घंटों के दौरान कोरोना के 773 नए मामले सामने आने के साथ ही अब तक इसके 5194 मामलों की पुष्टि हो चुकी है। इनमें 65 विदेशी मरीज भी शामिल हैं। कोरोना वायरस के संक्रमण से पिछले 24 घंटे के दौरान 35 और लोगों की मौत के साथ ही मृतकों का आंकड़ा 149 हो गया है। अभी तक कोरोना संक्रमित 402 लोग स्वस्थ हो चुके हैं।