
चीन के वुहान शहर में लॉकडाउन हटते ही मांस और मछली की दुकानें फिर खुल गयी हैं जबकि वुहान से ही कोरोना वायरस शुरु हुआ था। दुकानों के खुलने के साथ ही यहां लोगों की भारी भीड़ भी लगने लगी है। चीन के इन्हीं मांस-मछली के बाज़ारों से कोरोना का पहला मामला सामने आया था।
वहीं अमेरिका ने इसपर कड़ी नाराजगी जतायी है। कई अमेरिकी अधिकारियों ने इस बाजार को तत्काल बंद कराने की मांग की है। उनका कहना है कि ऐसी जगहों से ही कोरोना वायरस फैलता है। नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ एलर्जी एंड इंफेक्शियस डिजीज के निदेशक डॉक्टर एंथनी फौकी ने इस प्रकार के बाजारों के खुलने पर हैरानी जताई है। उन्होंने कहा कि ऐसे बाजारों से ही इस तरह के वायरस फैलते हैं। दक्षिण कैरोलिना के सीनेटर लिंडसे ग्राहम सहित रिपब्लिकन सांसदों ने भी चीनी अधिकारियों को ऐसे बाजारों को बंद रखने को कहा है। ग्राहम ने पिछले हफ्ते अमेरिकी राजदूत को एक पत्र भेजा था, जिसमें उन्हें अपनी सरकार पर दबाव डालने के लिए कहा था। चीन के वुहान में जंगली जानवरों के मांस का बड़ा बाजार है। चीन में कई तरह के जानवरों का मांस खाया जाता है। कहा जा रहा कि पहली बार वुहान के मांस मार्केट से ही कोरोना वायरस फैला। बताया जा रहा है कि कोरोना वायरस चमगादड़, सांप और छिपकली जैसे जीवों से इंसान के शरीर तक पहुंचे।
इस मामले में चीन के वॉटचलू यूनिवर्सिटी के एक अध्ययनकर्ता का कहना है कि ऐसे बाजार को बंद करना किसी के लिए संभव नहीं होगा। दरअसल ऐसे बाज़ार को बंद करना चीन में शहरी खाद्य सुरक्षा के लिए भी विनाशकारी होगा क्योंकि वे शहरी निवासियों की सस्ती और स्वस्थ भोजन तक पहुंच तय करने में अहम भूमिका निभाते हैं।