
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने आरोप लगाया कि अगर चीन विकासशील देश होकर फायदा उठाता है तो अमेरिका को भी विकासशील देश ही बना दो। ट्रम्प ने कोरोना वायरस पर व्हाइट हाउस में अपने नियमित संवाददाता सम्मेलन में कहा चीन ने अविश्वसनीय रूप से हमारा और अन्य देशों का फायदा उठाया है। आप जानते हैं कि उन्हें विकासशील राष्ट्र माना जाता है। मैं कहता हूं कि ठीक है फिर हमें भी विकासशील देश ही बना दीजिए।
राष्ट्रपति ट्रंप ने चीन पर एक सवाल के जवाब में कहा, उन्हें बड़े फायदे मिलते हैं, क्योंकि वे विकासशील देश हैं। भारत एक विकासशील देश है। अमेरिका बड़ा विकसित देश है। हालांकि हमें भी कई विकास कार्य करने हैं। विश्व व्यापार संगठन द्वारा अमेरिका का फायदा उठाने की बात दोहराते हुए ट्रम्प ने कहा कि चीन की अर्थव्यवस्था तब बढ़ने लगी, जब वह अमेरिका की मदद से डब्ल्यूटीओ में शामिल हुआ।
उन्होंने कहा लेकिन अगर वे हमसे निष्पक्षता से पेश नहीं आते तो हम उसे छोड़ देंगे। उन्होंने आरोप लगाया कि चीन 30 वर्षों से अमेरिका का फायदा उठा रहा है। उन्होंने कहा चीन ने डब्ल्यूटीओ के जरिए और ऐसे नियमों का इस्तेमाल कर फायदा उठाया है, जो अमेरिका के लिए अन्यायपूर्ण रहे हैं।
ट्रम्प ने कहा देश को कब खोलना है यह उनके लिए अब तक का सबसे बड़ा फैसला होने जा रहा है। कोविड-19 वैश्विक महामारी के कारण महज कुछ ही सप्ताह में अमेरिकी अर्थव्यवस्था थम-सी गई है। राष्ट्रीय आपातकाल के मद्देनजर 95 प्रतिशत से ज्यादा आबादी घरों में सिमटी हुई है और 1।6 करोड़ से अधिक लोग अपनी नौकरियां गंवा चुके हैं।
इस जानलेवा संक्रामक रोग से अमेरिका में 18,000 से अधिक लोगों की मौत हो गई जबकि पांच लाख लोग इससे संक्रमित पाए गए हैं। ट्रम्प ने पत्रकारों से कहा कि देश को फिर से खोलने का फैसला कोरोना वायरस पर व्हाइट हाउस कार्य बल के सदस्यों समेत अपने करीबी सलाहकारों से विचार विमर्श के बाद उचित समय पर लिया जाएगा। उन्होंने इसके लिए कोई निश्चित तारीख नहीं बताई।
ट्रम्प ने कहा वह अमेरिका को फिर से खोलने पर डॉक्टरों और कारोबारियों की नई परामर्श परिषद का गठन करेंगे। उन्होंने बताया कि नया कार्य बल अर्थव्यवस्था से कहीं अधिक मामलों पर निपटेगा। कुछ मीडिया खबरों के अनुसार, परिषद में वित्त मंत्री स्टीवन मुचिन, उनके नए चीफ ऑफ स्टाफ मार्क मीडॉज तथा उनकी बेटी और वरिष्ठ सलाहकार इवांका ट्रम्प शामिल हो सकते हैं।