
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने एंजेल टैक्स हटाने का वादा करके अपनी पार्टी की बड़ी योजनाओं के बारे में संकेत दिया है, जिसके जरिए उन्होंने उद्यमिता और स्टार्टअप को बढ़ावा देकर देश में नौकरियां पैदा करने का पूरा मॉडल तैयार किया है। उन्होंने कहा कि किसी भी नए कारोबार के लिए पहले तीन साल तक अनुमति लेने की कोई जरूरत नहीं होगी। राहुल गांधी ने अपने चुनावी अभियान के दौरान ट्वीट के जरिए अपने वादे के बारे में बताया, जिसे भाजपा सरकार के स्टार्टअप इंडिया और स्टैंडअप इंडिया के जवाब के रूप में देखा जा रहा है।
राहुल ने ट्वीट में कहा, युवा नया कारोबार शुरू करना चाहते हैं। भारत के लिए नौकरियां पैदा करना चाहते हैं। आपके लिए हमारी यह योजना है। किसी नए कारोबार के लिए पहले तीन साल तक कोई अनुमति लेने की जरूरत नहीं। दूसरा एंजेल टैक्स को गुडबाय। और आप कितनी नौकरियां पैदा करते हैं उसके आधार पर ठोस प्रोत्साहन और टैक्स क्रेडिट। साथ ही आसान बैंक क्रेडिट की सुविधा होगी। कांग्रेस नेता गौरव वल्लभ ने आईएएनएस को बताया कि भाजपा सरकार अर्थव्यवस्था को प्रोत्साहन देने के सुनहरे मौके से चूक गई है। उन्होंने कहा, उन्होंने नोटबंदी की और वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) का कार्यान्वयन त्रुटिपूर्ण रहा। अर्थशास्त्रियों ने सरकार के आंकड़ों पर भी सवाल उठाए हैं। स्टार्टअप इंडिया, स्टैंडअप इंडिया का जमीनी स्तर पर कोई असर नजर नहीं आ रहा है। स्किल इंडिया सिर्फ नाम के लिए रह गया है। राहुल गांधी की घोषणा को लोकसभा चुनाव से पहले युवाओं के प्रति प्रीति' दिखाने के तौर पर देखा जा रहा है। राहुल भाजपा की अगुवाई वाली सरकार को हर साल दो लाख नौकरियां पैदा करने के वादे को पूरा करने में विफल बताकर सरकार पर लगातार हमले करते रहे हैं।