
वाशिंगटन । अमेरिका के विशेषज्ञों का मानना है कि कोरोना वायरस का प्रकोप जून से अगस्त के बीच कम होगा। अधिकतर विशेषज्ञों का विश्वास है कि एक बार संकट खत्म होने के बाद अर्थव्यवस्था बहुत तेजी से दौड़ेगी। महामारी से सबसे अधिक प्रभावित इधर, न्यूयॉर्क में अस्पतालों में भर्ती होने वालों की संख्या घटी है। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप तो कारोबारी गतिविधियां जल्द शुरू करने के पक्ष में हैं लेकिन वायरस के फैलाव में कोई गिरावट नहीं आई है। यह बड़े शहरों, उपनगरों से अब ग्रामीण क्षेत्रों की ओर बढ़ रहा है। कुछ विशेषज्ञों का कहना है, अगले साल तक स्थिति गंभीर रह सकती है। मौतों की संख्या का भी निश्चित अनुमान नहीं है। नया अनुमान 60 हजार मौतों का है। मार्च में 17 लाख मौतों की आशंका जताई जा चुकी है।
सावधानी से कारोबार शुरू करना होगा
विशेषज्ञों की राय है कि स्थितियों को बेहतर बनाने के लिए सावधानी से कारोबार शुरू करना होगा, बड़े पैमाने पर टेस्टिंग, कारगर इलाज, स्वास्थ्य के लिए पर्याप्त संसाधन मुहैया कराने और प्रभावी वैक्सीन बनाने जैसे उपाय करने होंगे। फिर भी, अगले साल के अंधकारमय होने की भविष्यवाणी को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है।
दवा बनने तक रखनी होगी सावधानी
वाशिंगटन यूनिवर्सिटी हेल्थ मैट्रिक्स इवेल्यूएशन इंस्टीट्यूट ने अब 60 हजार लोगों के मरने का अनुमान लगाया है। यह अनुमान 4 अगस्त तक के लिए है। पहले उसने एक लाख से दो लाख 40 हजार लोगों के मरने की आशंका जताई थी। अगर वैक्सीन नहीं बन पाई तो मरने वालों की संख्या भी बढ़ती जाएगी। अमेरिका के बीमारी नियंत्रण और रोकथाम सेंटर (सीडीसी) ने मार्च में कई विशेषज्ञों से संपर्क किया था। इसके बाद अनुमान लगाया गया कि वायरस 48 से 65 प्रतिशत अमेरिकियों को संक्रमित करेगा। मृत्यु दर एक प्रतिशत से कम रखी जाए तो 17 लाख लोग मर सकते हैं।