
नई दिल्ली । कोरोना से दुनिया के सात देश अमेरिका, ब्रिटेन, इटली, स्पेन, फ्रांस, जर्मनी और चीन अधिक प्रभावित हैं। अमेरिका सबसे ज्यादा मरीजों और सबसे अधिक मौतों के साथ शीर्ष पर है। इन सात देशों में जब कोरोना का पहला मरीज मिला और वहां की सरकारों ने लॉकडाउन का एलान किया तब तक इन देशों में वायरस को आए 27 से 58 दिन हो चुके थे।; भारत में पहला मरीज मिलने और लॉकडाउन की घोषणा तक 55 दिन का समय गुजर चुका था। इसके बाद भी भारत उस समय से लेकर आज तक इन सात देशों की तुलना में सबसे सुरक्षित देश है; जहां वायरस का प्रभाव बेहद कम है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) की स्थिति रिपोर्ट के विश्लेषण से तो यह साबित होता है कि भारत सुरक्षित है। दुनिया के दूसरे देश भी यही कह रहे हैं। आंकड़ों के अनुसार अमेरिका में पहला मरीज 20 जनवरी को मिला और 13 मार्च को राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने नेशनल इमरजेंसी की घोषणा कर दी। यानि तब तक 54 दिन के भीतर अमेरिका में 1264 मरीज मिले थे और 36 लोगों की मौत हुई थी। भारत में पहला केस 30 जनवरी को केरल में मिला और 24 मार्च को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लॉकडाउन का एलान कर दिया। पहला केस मिलने और लॉकडाउन की घोषणा के बीच 55 दिन हो गए थे और मरीजों का आंकड़ा सिर्फ 434 ही था और केवल नौ लोगों की मौत हुई थी।