
इस्लामाबाद। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने चेतावनी दी कि कोरोना वायरस महामारी के संक्रमण को रोकने के लिए आधिकारिक दिशा-निर्देशों का अगर लोगों ने पालन नहीं किया तो रमजान के महीने में मस्जिदों को बंद करना पड़ेगा। लोगों के बीच सामाजिक दूरी पर मौलवियों के सहमति जताने के बाद सरकार ने रमजान के महीने में मस्जिदों में नमाज अदा करने की इजाजत दी थी। इस पर बनी सहमति के तहत 50 से ज्यादा उम्र के लोगों, नाबालिगों और बुखार से पीडि़त लोगों को मस्जिद में प्रवेश करने की अनुमति नहीं होगी । लोगों को नमाज के दौरान छह फुट की दूरी बनाकर रखनी होगी और मास्क भी पहनना होगा । प्रधानमंत्री ने कहा कि पाकिस्तान ने रमजान के दौरान मस्जिदों को खुला रखने का फैसला किया क्योंकि हम एक आजाद देश हैं और अपने हालात के मुताबिक फैसला करते हैं। हालांकि, उन्होंने लोगों से घरों पर ही नमाज अदा करने का आह्वान किया और कहा कि मस्जिद जाने वालों को आधिकारिक दिशा-निर्देशों का पालन करना चाहिए।