
लॉस एंजिलिस । दुनियाभर में महामारी का रूप ले चुके कोरोना के ओरिजिन को लेकर चल रही अटकलों के बीच अमेरिकी वैज्ञानिकों को बेहद अहम जानकारी हाथ लगी है। अमेरिकी वैज्ञानिकों का मानना है कि कोरोना पहले जंगली जानवरों में पैदा हुआ, इसके बाद इंसान कोरोना से संक्रमित हो गए।अमेरिकी शोधकर्ताओं ने कहा कि कोरोना महामारी और पिछले एक दशक में आई संक्रामक रोगों का संबंध वन्यजीवों से है। प्रोफेसर पाउला कैनन ने कहा, हमने ऐसी परिस्थितियां पैदा की हैं जिसमें मात्र कुछ समय के अंदर यह हो गया। यह कुछ समय बाद दुबारा होगा। वैज्ञानिक अभी यह निश्चित नहीं हैं कि ताजा संक्रमण कैसे शुरू हुआ लेकिन उनका मानना है कि कोरोना घोड़े की नाल के आकार के चमगादड़ों से फैला है।
कैनन ने कहा कि इस बात के पर्याप्त साक्ष्य हैं कि कोरोना चमगादड़ से इंसान में फैला। वर्तमान समय में इस महामारी के ओरिजिन को लेकर सबसे अच्छा संक्रमण है। शोधकर्ताओं ने कहा कि वुहान शहर के एक मीट मार्केट से इंसानों में कोरोना वायरस फैला। इस मार्केट में जिंदा वन्यजीव बेचा जाता है। उन्होंने कहा कि इसी तरह के संक्रमण कुछ साल पहले भी मर्स और सार्स के दौरान हुए थे। शोधकर्ताओं ने कहा कि साक्ष्य बताते हैं कि मर्स वायरस चमगादड़ों से ऊंटों में फैला और ऊंटों से इंसान में इसका संक्रमण हुआ। वहीं सार्स के बारे में माना जाता है कि इसके वायरस चमगादड़ से बिल्लियों में फैले और वहां से इंसानों में प्रवेश कर गए। वैज्ञानिकों ने कहा कि इबोला वायरस भी चमगादड़ों से ही इंसानों में आया। इबोला वर्ष 1976, 2014 और 2016 में अफ्रीका में फैल चुका है।