
नई दिल्ली । वैश्विक महामारी कोरोना वायरस को दुनिया में फैलाकर अब चीन सुकून से बैठा है वहीं इसका कहर पूरी दुनिया में जारी है। चीन में अब धीरे-धीरे सब कुछ पहले जैसा होने लगा है और सरकारी कामकाज भी शुरू होने को है। इस बीच 22 मई से चीन में इस साल का संसदीय सेशन का आयोजन किया जाएगा, ये सेशन पहले कोरोना वायरस की वजह से टल गया था। चीनी मीडिया के अनुसार, पहले चीनी संसद का सेशन मार्च में होना था लेकिन कोरोना के कहर की वजह से ये टल गया था। 13वीं नेशनल पीपल कांग्रेस का ये तीसरा सेशन है, जिसमें चीन आने वाले दिनों का रोडमैप तैयार करता है।
कोरोना वायरस की वजह से सभी सरकारी कार्यक्रम रद्द हो गए थे, लेकिन अब जब असर कम हो गया है तो सब कुछ पटरी पर लौट रहा है। संसद के सेशन का आयोजन कोरोना के बाद पहला कोई बड़ा आयोजन है, जो बीजिंग में होगा। ज्ञात हो कि अमेरिका समेत दुनिया के कई देशों ने कोरोना वायरस महामारी के लिए चीन को दोषी ठहराया है। ऐसे में ये भी देखना होगा कि चीनी संसद में किस तरह चीनी सरकार की ओर से रुख रखा जाता है और कोरोना वायरस को लेकर दुनिया को क्या बताया जाता है।
गौरतलब है कि चीन में पिछले काफी समय से कोरोना वायरस के मामलों की रफ्तार थम गई है, अब तक यहां कोरोना वायरस के कुल 82 हजार से अधिक मामले सामने आ चुके हैं, जबकि यहां 4600 से अधिक लोगों की मौत हुई है। एक वक्त था जब कोरोना वायरस की चपेट में आए लोगों की संख्या के मामले में चीन का नंबर सबसे पहले आता था, लेकिन बीते कुछ दिनों में चीन में ये कहर थमा और दुनिया के दूसरे देशों में बढ़ता गया। अब चीन दसवें नंबर पर पहुंच गया है।