
नई दिल्ली । एक साइबर सिक्यॉरिटी फर्म के मुताबिक गुगल क्रोम ब्राउजर में दो नए खतरों का पता चला है। गुगल क्रोम यूजर्स के लिए चेतावनी जारी करते हुए कहा कि ये यूजर्स के डेटा को बड़ा नुकसान पहुंचा सकते हैं। रिसर्चर्स ने कहा है कि हैकर्स नए क्रोम 81 ब्राउजर से यूजर्स को अपना शिकार बनाने की कोशिश में हैं। क्रोम ब्राउजर में आए इस खतरे को किहो 360 के साइबर सिक्यॉरिटी एक्सपर्ट झेजीन ने पकड़ा। सीवीई-2020-6462 और सीवीई-2020-6461 नाम के इन दोनों बग को 'यूज आफटर फ्री' मेमरी से जुड़ी किसी खामी के तौर पर देखा जा रहा है। यह क्रोम के टास्क शेड्यूलिंग और डेटा स्टोरेज फंक्शन्स को प्रभावित करता है। बताया जा रहा है कि इनका गलत इस्तेमाल करके हैकर क्रोम ब्राउजर के जरिए कंप्यूटर या स्मार्टफोन में वायरस वाले कोड्स पहुंचा देते हैं। ऐसा करने से हैकर को यूजर के कंप्यूटर का पूरा ऐक्सेस मिल जाता है।यूजर्स की प्रिवेसी और सिक्यॉरिटी को बनाए रखने के लिए गूगल ने इस खामी के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं दी है। ऐसा करके गूगल उन यूजर्स को हैकर अटैक से बचाना चाहता है जो अभी भी क्रोम के इंन्फेक्टेड वर्जन को यूज कर रहे हैं। हालांकि, रिपोर्ट्स की मानें तो क्रोम में आए इन बग्स के बारे में फिलहाल कोई सबूत नहीं मिला है। गूगल के साथ ही अमेरिका की साइबर सिक्यॉरिटी कंपनी ने क्रोम 81 ब्राउजर में आए इस खतरे से यूजर्स को अलर्ट किया है। इसके साथ ही यूजर्स को सलाह दी गई है कि वे तुरंत अपने क्रोम ब्राउजर को अपडेट करें।इसके साथ ही गूगल ने कहा कि आने वाले दिनों में यह यूजर्स के सिस्टम में इस अपडेट को ऑटोमैटिकली इंस्टॉल करेगा। क्रोम ब्राउजर में आई इस खामी को वर्जन 81.0.4044.129 अपडेट करके फिक्स किया जा सकता है। गूगल ने इस अपडेट को विंडोज समेत दूसरे सभी बड़े प्लैटफॉर्म्स के लिए रोलआउट कर दिया है।