
पेइचिंग । कोरोना वायरस के जनक चीन ने एक वैक्सीन का बंदरों पर सफलतापूर्वक परीक्षण करने का दावा किया है। चीनी शोधकर्ताओं ने कोरोना वायरस की इनैक्टिव वैक्सीन को रेसेस मेक्यूस नाम के बंदर पर टेस्ट किया है। इन्हें तीन हफ्ते पहले इन्फेक्ट किया गया था। पेइचिंग के सिनोवैक बायोटेक ने यह कोविड-19 वैक्सीन तैयार की है। इसके अलावा चीन में तीन और प्रोजेक्ट क्लिनिकल ट्रायल के चरण में पहुंच चुके हैं। एक रिपोर्ट के मुताबिक जानवरों पर यह पहला ट्रायल है। इससे पहले चूहों पर टेस्ट किया गया है साइंस जर्नल के मुताबिक शोधकर्ताओं ने बताया है कि रेसेस मेक्यूस इंसानों से जेनेटिक स्तर पर काफी समान होते हैं। इसलिए माना जाता है कि अगर इन पर दवा काम करती है तो इंसानों पर भी कर सकती है। इन बंदरों तीन हफ्तों पहले वैक्सीन देने के बाद वायरस से इन्फेक्ट किया गया था। रिजल्ट में पाया गया कि जिन बंदरों को वैक्सीन दी गई थी उनके फेफड़ों से वायरस गायब पाया गया जबकि जिन्हें वैक्सीन नहीं दी गई थी, उनमें निमोनिया देखा गया। इससे पहले चीन के सीडीसी (सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल) के डायरेक्टर के मुताबिक सितंबर तक इमर्जेंसी के लिए वैक्सीन इस्तेमाल के लिए तैयार हो सकती है। ज्ञात हो कि चीन में 508 वॉलंटिअर्स चाइनीज एकेडमी ऑफ मिलिटरी मेडिकल साइंसेज की बनाई वैक्सीन के दूसरे चरण के ट्रायल के लिए तैयार हैं। इस महीने इस ट्रायल के परिणाम आ सकते हैं।