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कोरोना महामारी में सब्जी और फूल कारोबार चौपट 

कोरोना महामारी में सब्जी और फूल कारोबार चौपट 

वैश्विक कोरोना महामारी के जानलेवा प्रकोप से सारी दुनिया में हाहाकार मची है। चिंता का विषय यह है कि इस बीमारी के उपचार के लिये दुनिया में आज तक कोई दवा या वैक्सीन नहीं बनी है। इस बीमारी से बचाव के लिए नारा दिया है घर पर रहें सुरक्षित रहें। भारत में लाँकडाउन का पहला चरण 22 मार्च से लागू हुआ। दिनांक 18 मई से 31 मई तक के लिए लाँकडाउन का चौथा चरण प्रारंभ हो गया है। देश में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या दो तीन दिन में एक लाख हो रही है।
प्रवासी मजदूरों का पलायन जारी है। अपने घर सुरक्षित पहुंचने की आशा में मजदूर जैसे जो साधन मिल रहा है उससे पहुंचने का प्रयास कर रहे हैं। अनेक सड़क दुर्घटनाओं में मजदूरों की अकाल मौत हो रही है। कोरोना संकट में समाज का हर वर्ग परेशान है। सड़क मार्ग से निकल रहे भूखे प्यासे दुखी मजदूरों की सहायता के लिये देश के विभिन्न भागों में जो समाज सेवी संगठन आगे आये है हम उनके योगदान को नमन करते है।
कोरोना संकट के चलते जारी लाँकडाउन में समाज का हर वर्ग दुखी और परेशान है। व्यापारी, उद्योगपति, मजदूर, ट्रांसपोर्टर, कृषक, नाई, धोबी, कर्मचारी सभी परेशान हैं। मैंने मेरे गृह क्षेत्र गुना जिले के राघौगढ़ विकास खण्ड के सब्जी एवं फूल उत्पादक कृषकों की हालत को निकट से समझने का प्रयास किया है। कोरोना संकट लाँक डाउन के चलते सब्जी और फूलों का कारोबार लगभग चौपट हो गया है। राघौगढ़ के युवा सब्जी उत्पादक जिन्हें विगत वर्षों म.प्र.शासन ने प्रगतिशील सब्जी उत्पादक के सम्मान से सम्मानित किया सतीश सैनी से विस्तार से चर्चा हुई । आपका कहना है पिछले दो माह में लाँकडाउन के चलते सब्जी उत्पादको का लगभग 50 लाख रुपये का नुकसान हो गया है।
सतीश सैनी बताते है राघौगढ़ ब्लॉक में लगभग दो हजार परिवार लगभग 550 हेक्टेयर भूमि पर सब्जी उत्पादन करते हैं। माली सैनी, कुशवाह, लोधा, केवट-ढ़ीमर, धाकड़ आदि समाजों के सब्जी उत्पादक है। राघौगढ़,
रामनगर, मीरपुर, बुधौरिया, आवन,रुठियाई, पीपलखेड़ी, जामनेर आदि में मुख्य रूप से फूलगोभी, पत्तागोभी, भिण्डी, टमाटर उत्पादन किया जाता है। इन सब्जियों को लोडिंग वाहनों से
प्रतिदिन गुना, शिवपुरी,ग्वालियर, दतिया, डबरा,
सिरोंज, गंजबासौदा, विदिशा, भोपाल, होसंगाबाद, अशोकनगर, मुँगावली उत्तरप्रदेश के झांसी, कानपुर
राजस्थान के कोटा, बारन, झालावाड़, छबड़ा भेजा जाता है। लाँकडाउन के चलते सब्जी को लोडिंग वाहनों से परिवहन का प्रतिबंध होने से सब्जी नहीं बिक रही या उचित मूल्य नहीं मिल रहा है। बताया है गत वर्ष इसी माह फूलगोभी 25 से 35 रुपये प्रतिकिलो बिक रही थी, आज फूलगोभी 3 से 6 रुपये किलो बिक रही है। गत वर्ष भिण्डी इस माह 17 से 25 रुपये किलो बिक रही थी। आज भिण्डी 8 से 10 रुपये किलो बिक रही है। सब्जी उत्पादन में दिन रात मेहनत होती है। सब्जियों को तोड़कर थैलियों में पैकिंग किया जाता है। शाम को लोडिंग वाहनों में लोड किया जाता है। लोडिंग वाहन रात में चलकर प्रातःकाल 4 बजे तक विभिन्न नगरों की सब्जी मंडियों में पहुंच जाती है। क्षेत्र के लगभग 20- 25 उन्नतिशील सब्जी उत्पादकों की निजी लोडिंग वाहनें है।अधिकांश लोडिंग वाहन किराये के भेजते है।    
राघौगढ़ ब्लॉक में फूल उत्पादन लगभग 50 हेक्टेयर भूमि में होता है। राघौगढ़, रामनगर, रुठियाई और जामनेर में होता है। यहाँ के फूल गुना, उज्जैन, इंदौर, ग्वालियर जाते है। राघौगढ़ के मोगरे की माला प्रसिद्ध है। लाँकडाउन के चलते शादी विवाह समारोह बंद होने से फूलों के कारोबार में लाखों का नुकसान हो गया। यहाँ के फूल उत्पादक प्रतिदिन फूलों की माला बनाकर गुना बेचने जाते थे। फूल माला गुना ले जाना भी बंद है। मोगरा के फूल का उत्पादन मुख्य रूप से अप्रेल से जुलाई तक होता है। यह कारोबार चौपट हो गया है। गुना जिले मात्र राघौगढ़ ब्लॉक में ही फूल के कारोबार के बंद होने से लगभग 20 लाख रुपये का नुकसान होने का अनुमान है।
राघौगढ़ क्षेत्र काँग्रेस के वरिष्ठ नेता मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह,
पूर्व सांसद एवं चांचौड़ा क्षेत्र के विधायक लक्ष्मण सिंह एवं म.प्र. के पूर्व मंत्री राघौगढ़ क्षेत्र के लोक प्रिय युवा विधायक जयवर्धन सिंह का गृह क्षेत्र है।
गत दिवस राघौगढ़ नगर में सब्जी एवं फूल उत्पादकों का शिष्ट मंडल जयवर्धन सिंह से मिला, उनको लाँकडाउन के चलते सब्जी एवं फूल का कारोबार चौपट होने की विस्तार से जानकारी देकर राज्य शासन से राहत दिलाने, सब्जी एवं फूलों का परिवहन कर दूसरे नगरों में ले जाने की अनुमति दिलाने की माँग की है। जयवर्धन सिंह ने माँग को प्रदेश के मुख्यमंत्री जी तक पहुंचाकर राहत दिलाने का आशवासन दिया है।                                               
(लेखक - विजय कुमार जैन)

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