नई दिल्ली । बुधवार को सारे देश में पहली बार 9,235 कोरोनावायरस संक्रमित मरीज मिले और पीड़ितों की संख्या बढ़कर 2,16,426 हो गई। 258 नई मौतों के साथ कोरोना वायरस से मरने वालों की संख्या भी 6,087 गई है। वहीं इस वायरस के संक्रमण से ठीक होने वालों की संख्या बढ़ कर 1,03,940 पहुंच गई।
बुधवार को एक बार फिर महाराष्ट्र में 2,560 नए संक्रमित मिलने के साथ पीड़ितों की संख्या 74,860 पहुंच गई है। जिनमें से 32,329 ठीक हो चुके हैं, जबकि 2,587 की मृत्यु हो गई है। तमिलनाडु में भी कोरोनावायरस संक्रमण के 1,286 नए मामले सामने आने के साथ पीड़ितों की संख्या बढ़कर 25,872 हो गई। जिनमें से 208 की मृत्यु हो चुकी है, जबकि 14,316 ठीक हो चुके हैं। दिल्ली में भी बुधवार को पहली बार कोरोना संक्रमित नए 1,513 मरीज सामने आए और पीड़ितों की संख्या बढ़कर 23,646 हो गई। इनमें से 9,542 ठीक हो गए हैं जबकि 615 की मौत हो चुकी है। इस प्रकार इन तीन राज्यों में ही बुधवार को 5,359 मरीज मिले जो कि बुधवार को मिले कुल मरीजों का 58.02% है। इससे स्पष्ट हो चला है कि इन तीन राज्यों अथवा केंद्र शासित प्रदेशों में कोरोना वायरस तीव्रता से फैल रहा है। इन तीनों राज्यों में 1 लाख 24 हजार 377 संक्रमित बुधवार तक मिले हैं। जो कि पूरे देश में मिले कोरोना वायरस संक्रमित मरीजों का 57.46% है। तीनों राज्यों में अब तक कोरोना वायरस संक्रमण से 3,410 लोगों की मौत हो चुकी है जो कि कुल मौतों का 56.02% है। इससे यह स्पष्ट हो जाता है कि इन तीनों राज्यों में कोरोना संक्रमण हर पहलू से खतरनाक हो चुका है। यदि इसमें गुजरात की संख्या भी जोड़ दी जाए तो देश के अधिकांश कोरोनावायरस मामले इन चार राज्यों में आ रहे हैं। गुजरात में बुधवार को 485 नए कोरोनावायरस संक्रमित मिले और पीड़ितों की संख्या बढ़कर 18,117 हो गई जिनमें से 1,122 की मौत हो चुकी है जबकि 12,212 ठीक हो चुके हैं। गुजरात में रिकवरी रेट 67.40 प्रतिशत है। जो बड़े राज्य में सर्वाधिक है लेकिन यहां पर मृत्यु दर 6.19% है जो कि देश के 2.87% से लगभग 3 गुना है और बड़े राज्य में सर्वाधिक है।
बुधवार को राजस्थान में 279, मध्यप्रदेश में 168, पश्चिम बंगाल में 340, बिहार में 230, कर्नाटक में 267, आंध्रप्रदेश में 180, तेलंगाना में 129, हरियाणा में 302, जम्मू और कश्मीर में 139, उड़ीसा में 147, असम में 195 कोरोनावायरस संक्रमित मरीज मिले।
अधिकांश राज्यों में नए संक्रमित मरीजों की संख्या पहले के मुकाबले बढ़कर सामने आई है। इसका अर्थ यह है कि अब कोरोनावायरस का फैलाव तेजी से हो रहा है। जून माह के अंत तक स्थिति क्या होगी इसके विषय में कुछ सुनिश्चित नहीं कहा जा सकता, जिस तेजी से नए मरीज बढ़ रहे हैं वह सरकार के लिए चुनौतीपूर्ण है। सरकार का कहना है कि कोरोना वायरस से मृत्यु दर में भारत अन्य देशों की अपेक्षा बहुत पीछे है। लेकिन सबसे बड़ी चुनौती स्वास्थ्य सेवाओं के समक्ष खड़ी हुई है, क्योंकि देश की विशाल जनसंख्या में कोरोनावायरस संक्रमण किन लोगों तक पहुंच चुका है इसका पता देश की स्वास्थ्य सेवाओं को नहीं है। प्रतिदिन होने वाले टेस्ट भी पर्याप्त संख्या में नहीं हो पा रहे हैं। वर्तमान स्थिति को देखते हुए प्रतिदिन कम से कम पांच लाख टेस्ट प्रतिदिन करने की आवश्यकता है लेकिन गुजरात जैसे राज्यों में टेस्ट की दर कम हुई है जबकि वहां संक्रमण तेजी से फैला है। इसके बाद भी देश के स्वास्थ्य विभाग का मानना है कि स्थिति उतनी विस्फोटक नहीं है जितनी अन्य देशों में है।
नेशन
बुधवार को देश में मिले रिकॉर्ड 9,235 कोरोना वायरस संक्रमित मरीज, मौत का आंकड़ा 6,000 के पार