
सिंगापुर । वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के प्रकोप की दूसरी लहर को नियंत्रित करने के प्रयासों के बीच सिंगापुर में डेंगू ने अपना रौद्र रूप दिखाना शुरू कर दिया है। सिंगापुर शहर में डेंगू के अब तक 14,000 से ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं। सिंगापुर के स्वास्थ्य विभाग ने बताया कि 2013 में डेंगू के 22,170 मामले रिपोर्ट किए गए थे। स्वास्थ्य विभाग का अनुमान है कि डेंगू के मामले पिछले रिकॉर्ड से ज्यादा आ सकते हैं। पिछले सप्ताह यहां कोरोना वायरस के 1,468 मामले सामने आए। पिछले तीन सप्ताह से यहां 1,000 से ज्यादा मामले सामने आ रहे हैं। सिंगापुर में पिछले सप्ताह सबसे कोरोना वायरस के संक्रमण के मामले सामने आए हैं। कोरोना वायरस से अबतक यहां 26 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि यहां अब तक 44,479 मामले सामने आ चुके हैं।
यह माना जा रहा है कि मच्छरों के प्रजनन काल में डेंगू के मामलों में बढ़ोतरी दर्ज की जाएगी। मच्छरों का प्रजनन काल जून से शुरू होकर अक्टूबर माह तक चलता है। कोरोना वायरस की तरह डेंगू के लक्षण सिर्फ 25 प्रतिशत लोगों में प्रकट होते हैं। एडिस मच्छर काटने की वजह से डेंगू होता है। मच्छर के काटने के पांच से दस दिनों तक मरीज को बुखार रहता है जबकि इसके लक्षण एक सप्ताह तक देखे जाते हैं।
दिक्कत की बात यह है कि डेंगू और कोरोना वायरस के संक्रमितों के लक्षण बहुत हद तक मिलते जुलते हैं। डेंगू और कोरोना वायरस के संक्रमित मरीजों में तेज बुखार और मांसपेशियों में दर्द होता है। दोनों ही बीमारियों में उलटी, सिर में खास तौर पर आंख के पीछे बहुत दर्द होता है। बहुत कम मामलों में गंभीर लक्षण दिखाई देते हैं। मिसाल के तौर पर खून की उलटी करना, तेज गति सांस, पेट में भयंकर दर्द उठना और सुस्ती आदि। डेंगू के मरीजों में मृत्युदर एक फीसदी के करीब है और यह कोरोना वायरस के लगभग बराबर ही है। कोरोना वायरस के संक्रमितों की मौत की दर 1.5 फीसदी के करीब है।