
वॉशिंगटन । चीन की विस्तारवादी महात्वाकांक्षाओं और उसकी दुनिया पर बढ़ती चौधराहट से निपटने के लिए जापान रेडार की पकड़ में नहीं आने वाले दुनिया के सबसे घातक फाइटर प्लेन एफ-35 की फौज बनाने जा रहा है। अमेरिका के विदेश मंत्रालय ने पांचवीं पीढ़ी के 105 एफ-35 स्टील्थ फाइटर जेट बिक्री की अनुमति दे दी है। जापान 105 फाइटर जेट के लिए अमेरिका को 23.11 अरब डॉलर देगा। माना जा रहा है कि चीनी सेना की बढ़ती घुसपैठ से निपटने के लिए जापान ने इन फाइटर जेट को खरीदने की इच्छा जताई है। अमेरिका के रक्षा मंत्रालय पेंटागन की ओर से जारी बयान में कहा गया है, 'विदेश विभाग ने फॉरेन मिलिट्री सेल के तहत 23.11 अरब डॉलर के 105 एफ-35 फाइटर जेट और उससे जुड़े उपकरणों को बेचने की अनुमति दी है।' बयान में कहा गया है कि जापान सरकार ने 63 एफ-35ए और 42 एफ-35बी फाइटर जेट खरीदने की इच्छा जाहिर की है। इसके अलावा जापान लड़ाकू विमानों के इंजन खरीदना चाहता है।
पेंटागन ने कहा कि इस बिक्री से एशिया-प्रशांत क्षेत्र में अमेरिका के विदेशी नीति के हितों की रक्षा में मदद मिलेगी। साथ ही इससे जापान की सुरक्षा क्षमता भी बढ़ेगी। इससे पहले वर्ष 2011 में जापान सरकार ने ऐलान किया था कि वह 42 एफ-35ए फाइटर जेट खरीदना चाहती है। दिसंबर वर्ष 2018 में जापान के रक्षा मंत्रालय ने 147 फाइटर जेट खरीदने का फैसला किया था। ये एफ-35 फाइटर जेट जापान में ही असेंबल किए जाएंगे और उन्हें कल-पुर्जों की आपूर्ति अमेरिका करेगा। इससे पहले जनवरी में दो अन्य देशों ने अमेरिका से एफ-35 विमान खरीदने की इच्छा जताई थी। पोलैंड 32 एफ-35 और सिंगापुर 12 एफ-35 विमान अमेरिका से खरीद रहा है। पांचवीं पीढ़ी के एफ-35 विमान अत्याधुनिक तकनीक से लैस हैं और रेडार की पकड़ में नहीं आते हैं।