ऐक्ट्रस विद्या बालन ने अपनी फिल्म ‘शकुंतला’ की रिलीज से पहले भारत की सभी बेटियों के प्रति एक हार्दिक कविता समर्पित की है। खूबसूरत मोनोक्रोम में फिल्माई गई, इस कविता में विद्या ने खूबसूरती से साझा किया है कि कैसे हर मां कभी बेटी हुआ करती थी। उन्होंने का कि हर लड़की को निडर व सशक्त होने की बात कही है, जो सभी कांच को चीरते हुए आगे बढ़ती है और सबसे महत्वपूर्ण बात, अपने सपनों को पूरा करने के लिए खुद पर विश्वास रखतीं है। बता दें कि प्रत्येक महिला को खुद को प्राथमिकता देने के लिए प्रोत्साहित करते हुए विद्या बालन की भावुक श्रद्धांजलि सचमुच, आज के समय में बेहद महत्वपूर्ण है। दरअसल, हर मां-बेटी का रिश्ता अपने आप में अनोखा होता है। यह एक अनमोल दोस्ती और बेशुमार प्यार है, जिसे परिभाषित नहीं किया जा सकता है। यह गणित प्रतिभा शकुंतला देवी के लिए भी सच है, जो न केवल एक गणितीय कौतुक थीं, बल्कि एक स्नेही मां भी थीं। इस फिल्म में विद्या बालन गणित के जादूगर की भूमिका निभा रही हैं। हालांकि विद्या बालन ने ऑन और ऑफ स्क्रीन अपने आकर्षण से हमें स्तब्ध करना जारी रखा है।