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 करोड़ के हवाला रैकेट का मास्टरमाइंड चीन के लिए करता था जासूसी

 करोड़ के हवाला रैकेट का मास्टरमाइंड चीन के लिए करता था जासूसी

नई दिल्ली । 1000 करोड़ रुपये के हवाला और मनी लॉन्ड्रिंग रैकेट में आयकर विभाग  द्वारा गिरफ्तार चीनी नागरिक को लेकर एक और बड़ा खुलासा हुआ है। पुलिस ने बताया कि चीनी नागरिक चार्ली पेंग  को सितंबर 2018 में जासूसी  के आरोप में दिल्ली पुलिस  की स्पेशल सेल ने गिरफ्तार किया था। चार्ली पर आरोप था कि वो चीन के लिए जासूसी कर रहा है और हवाला का कारोबार भी चला रहा है। उस दौरान पुलिस ने आरोपी के पास से भारतीय पासपोर्ट और आधार कार्ड मिला था। पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, चार्ली का पासपोर्ट मणिपुर से जारी किया गया था, जबकि आधार कार्ड पर दिल्ली के द्वारका इलाके का पता दिया गया था। उस दौरान आरोपी के पास से एक फॉर्च्यूनर कार, साढ़े तीन लाख भारतीय करेंसी, 2000 हजार डॉलर, 22 हजार थाई करेंसी बरामद हुई थी। पुलिस जानकारी में सामने आया था कि आरोपी ने भारत में मणिपुर की लड़की से शादी भी थी और उसी के आधार पर अपना पासपोर्ट बनवाया था। बताते चलें कि दिल्ली, गाजियाबाद, गुरुग्राम के 24 ठिकानों पर छापेमारी के बाद हवाला और मनी लॉन्ड्रिंग रैकेट का खुलासा करते हुए आयकर विभाग ने आरोपी को गिरफ्तार किया है। आरोपी कुछ भारतीयों के साथ मिल इसे चला रहा था। भारत सरकार के चीनी कंपनियों की एप्लीकेशन को बंद करने के बाद भारत में रह रहे चीन के नागरिकों के अवैध कारोबार पर ये पहला बड़ा एक्शन है। दरअसल, इनकम टैक्स को इस बात की जानकारी मिली थी कि देश में हवाला के जरिए करोड़ों का कारोबार हो रहा है और इसमें चीन के नागरिक भी शामिल हैं। इसी जानकारी के आधार पर इनकम टैक्स ने दिल्ली गाजियाबाद और गुरूग्राम में रिटेल शॉप, बैंक अधिकारी, चार्टर्ड अकांउटेंट और व्यापारियों के 24 ठिकानों पर ये छापेमारी की। इस छापेमारी में पता चला कि चीन के लोग भारत में बैंक अधिकारियों, चार्टेड अकाउंटेंट के साथ मिल कर हवाला और मनी लॉन्ड्रिंग का कारोबार चला रहे हैं। इन चीनी नागरिकों के कहने पर फर्जी कंपनियां बनायी गयी और 40 बैंक खाते खोले गये जिसके जरिये 1000 करोड़ का हवाला का कारोबार किया गया। इन फर्जी कंपनियों के जरिये 100 करोड़ रुपये निकाले गये और फिर उनसे देशभर में रिटेल शोरूम खोले गए। इनकम टैक्स की इस छापेमारी में बैंक अधिकारियों और चार्टेड अकाउंटेंट की मिलीभगत का भी खुलासा हुआ है और दस्तावेज भी बरामद हुए हैं। हांगकांग और अमेरिकी डॉलर के जरिये हवाला के कारोबार का भी पता चला है। जांच में ये पता चला है कि इस पूरे नेटवर्क को कुछ चीनी नागरिक चला रहे थे, इसमें एक चीनी नागरिक ने मणिपुर राज्य का नागरिक बन के नाम से फर्जी पासपोर्ट बनवा रखा था। बाकी चीन के नागरिक देश में वीजा पर थे। जानकारी के मुताबिक इनकम टैक्स और पुलिस ने फर्जी पासपोर्ट बना कर देश में रहने पर  को हिरासत में लिया है और फर्जी पासपोर्ट बनाने का मामला दर्ज कर गिरफ्तार किया जायेगा। हवाला के कारोबार में शामिल बाकी आरोपियों को इनकम टैक्स ने पूछताछ के लिये हिरासत में लिया हुआ है।
 

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