
मुंबई । कोरोना संकट के बीच लगे लॉकडाउन के दौरान जहां लोग अपने घरों में थे, उस वक्त फिल्म अभिनेता सोनू सूद मजबूर प्रवासी मजदूरों के लिए एक मसीहा बनकर सामने आए। मुसीबत में फंसे प्रवासी मजदूरों को उनके घर तक पहुंचाने में सोनू सूद ने रात दिन एक कर दिया। जहां-जहां लोग फंसे थे सोनू सूद उनकी मदद के लिए वहां-वहां पहुंचे। सोनू फिल्मी पर्दे के ही नहीं असल में भी हीरो हैं और उनका यह रूप देश कभी नहीं भूलेगा। अब देश धीरे-धीरे पटरी पर लौट रहा है, तब भी सोनू सूद को मदद के लिए लोग संपर्क कर रहे हैं और एक दिन में इतने लोग उन्हें कॉल और मैसेज कर रहे हैं कि आंकड़ा जान आप भी हैरान रह जाएंगे। दरअसल सोनू सूद ने ट्वीट कर बताया कि रोज उन्हें कितने लोग संपर्क करते हैं। उन्होंने बताया कि 1137 ईमेल, 19000 फेसबुक मैसेज, 4812 इंस्टाग्राम मैसेज और 6741 ट्विटर मैसेज यह सारा डाटा आज यानी गुरुवार का है। सोनू ने ट्वीट किया कि करीब इतनी रिक्वेस्ट उन्हें रोज मदद के लिए आती है। सोनू ने लिखा कि एक इंसान होने के नाते यह असंभव है कि आप इनमें हर किसी तक पहुंच पाएं लेकिन फिर भी मैं अपनी पूरी कोशिश करता हूं कि जितना हो सके किसी की मदद करूं। साथ ही सोनू ने लिखा कि मैं माफी चाहता हूं अगर मैंने आपका मैसेज मिस कर दिया हो। बता दें कि हाल ही में सोनू सूद ने दो बच्चियों को स्कूल में एडमिशन दिलवाया। लॉकडाउन के दौरान सोनू सूद ने न सिर्फ प्रवासी मजदूरों के घर पहुंचने की व्यवस्था की थी बल्कि उनके खाने-पीने का भी इंतजाम किया था। सोनू सूद एक किताब भी लिखने जा रहे हैं जिसमें वह लॉकडाउन के दौरान किए अपने काम अनुभव के बारे में शेयर करने वाले है। यह किताब जल्द ही बाजार में आएगी।