
वॉशिंगटन । अमेरिका की विपक्षी डेमोक्रैटिक पार्टी ने राष्ट्रपति चुनाव में भारतीय मूल की कमला हैरिस को आधिकारिक रूप से उपराष्ट्रपति पद के लिए अपना उम्मीदवार घोषित किया है। पार्टी के ऐलान के बाद भावुक कमला हैरिस ने अपनी मां को याद किया। हैरिस ने कहा कि मेरी मां ने कभी सोचा भी नहीं था कि उनकी बेटी उपराष्ट्रपति के लिए उम्मीदवार होगी। इसके साथ ही कमला हैरिस ने अमेरिका में इतिहास कायम किया है। कमला हैरिस पहली अश्वेत और दक्षिण एशियाई हैं जिन्हें इतने शीर्ष पद के लिए उम्मीदवार बनाया गया है। कमला हैरिस ने पार्टी से कहा कि मैं अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव में आपके उपराष्ट्रपति पद के नामांकन को स्वीकार करती हूं। उनकी दिवंगत मां ने उन्हें लोगों की सेवा करना सिखाया था। उन्होंने कहा कि काश आज मेरी मां मौजूद होतीं लेकिन मुझे उम्मीद है कि वह आसमान से मुझे देख रही होंगी। गौरतलब है कि वर्ष 2009 में कमला हैरिस की मां का कैंसर से निधन हो गया था। हैरिस अगर तीन नवंबर के राष्ट्रपति चुनाव में निर्वाचित होती हैं तो वह इस पद पर पहुंचने वाली पहली भारतीय-अफ्रीकी महिला होंगी। हैरिस की मां भारत की थीं जबकि पिता जमैका के निवासी थे। संयोग से हैरिस का अनुमोदन भाषण अमेरिका द्वारा 19वें संविधान संशोधन के अनुमोदन की 100 वीं सालगिरह के एक दिन बाद हुआ। इस संशोधन को सुसैन बी एंथोनी संशोधन भी कहते हैं जिसके जरिए अमेरिकी महिलाओं को मताधिकार मिला था। हैरिस ने ट्वीट किया कि आज से ठीक सौ साल पहले 19वें संशोधन को अनुमोदित किया गया, लेकिन दशकों तक अश्वेत महिलाएं इस संवैधानिक अधिकार का इस्तेमाल नहीं पाई थीं। उन्होंने कहा कि मैं डेमोक्रेटिक पार्टी की उपराष्ट्रपति प्रत्याशी नहीं बन पाती अगर मेरे पहले उन्होंने लड़ा नहीं होता और रास्ता नहीं बनाया होता।