
नई दिल्ली । पाकिस्तान की सरकार ने स्वीकार कर लिया है कि 1993 में हुए मुंबई बम धमाकों सहित कई मामलों में वांछित आतंकी दाऊद इब्राहिम कराची में रहता है। इससे पहले पाकिस्तान इस बात से इनकार करता रहा है कि उसने दाऊद व अन्य आतंकियों को पनाह दी है। किन्तु अब पाकिस्तान ने कड़े वित्तीय प्रतिबंधों से बचने के लिए 88 आतंकी संगठनों पर प्रतिबंध लगाया है और इसी सूची में दाऊद का नाम भी शामिल है।
पाकिस्तानी मीडिया के अनुसार पाकिस्तान सरकार ने हाल ही में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) द्वारा जारी नई सूची के अनुपालन में यह प्रतिबंध लगाये हैं। मीडिया रिपोर्ट्स में कहा गया है 'अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद वित्तपोषण पर निगरानी रखने वाली संस्था ‘वित्तीय कार्रवाई कार्य बल' (एफएटीएफ) की ‘ग्रे लिस्ट' से बाहर आने की कोशिशों के तहत पाकिस्तान ने 88 प्रतिबंधित आतंकवादी संगठनों और हाफिज सईद, मसूद अजहर और दाऊद इब्राहीम समेत उनके आकाओं पर कड़े वित्तीय प्रतिबंध लगाये हैं। इन आतंकी संगठनों और उनके आकाओं की सभी संपत्तियों को जब्त करने और बैंक खातों को सील करने के आदेश दिये है। पेरिस स्थित एफएटीएफ ने जून, 2018 में पाकिस्तान को ‘ग्रे लिस्ट' में डाला था और इस्लामाबाद को 2019 के अंत तक कार्ययोजना लागू करने को कहा था लेकिन कोविड-19 महामारी के कारण इस समय सीमा बढ़ा दी गई थी।'
पाक सरकार ने 18 अगस्त को दो अधिसूचनाएं जारी करते हुए 26/11 मुंबई हमले के साजिशकर्ता और जमात-उद-दावा के सरगना सईद, जैश-ए-मोहम्मद के प्रमुख अजहर और अंडरवर्ल्ड डॉन इब्राहीम पर प्रतिबंधों की घोषणा की थी। इब्राहीम 1993 मुंबई बम विस्फोटों के बाद भारत के लिए सबसे वांछित आतंकवादी बन कर उभरा है।