नई दिल्ली । पूर्वी लद्दाख में ऐसी तस्वीरें आई हैं जो न सिर्फ चीन के झूठ का पर्दाफाश करती हैं, बल्कि उसके खतरनाक मंसूबों के बारे में भी बताती हैं। तस्वीरों में दिख रहा है कि 40-50 की तादाद में चीन के सैनिक हथियारों से लैस होकर रेजांग ला के पास उन चोटियों पर आने की कोशिश कर हे हैं जिन पर भारतीय सैनिक तैनात हैं। तस्वीरों में साफ दिख रहा है कि चीनी सैनिकों के पास धारदार हथियार हैं। वे भारतीय सैनिकों से महज 200 मीटर की दूरी पर हैं। जून के महीने में गलवान घाटी में जिस तरह उन्होंने धोखे से भारतीय जवानों पर धारदार हथियारों और कील लगे डंडों से हमला किया था, वैसे ही धोखे को दोहराने के लिए वे पूरी तैयारी के साथ आए थे। चीनी सैनिक रणनीतिक तौर पर अहम भारतीय चोटियों पर कब्जे की फिराक में थे। इतना ही नहीं, उन्होंने 10-15 राउंड फायरिंग भी की थी लेकिन भारतीय जवानों ने उन्हें खदेड़ दिया। 45 साल बाद एलएसी पर गोली चली थी।
इस मुद्दे पर चीन ने झूठी कहानी गढ़ते हुए कहा था कि उसके सैनिक बातचीत के लिए गए थे और भारत की तरफ से उकसावे की कार्रवाई हुई है।
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लद्दाख में चीनी सैनिकों के पास धारदार हथियार दिखे