YUV News Logo
YuvNews
Open in the YuvNews app
OPEN

फ़्लैश न्यूज़

नेशन

मॉस्को में भारत-चीन के विदेश मंत्रियों की बैठक

मॉस्को में भारत-चीन के विदेश मंत्रियों की बैठक

नई दिल्ली । वास्तविक नियंत्रण रेखा एलएसी पर जारी तनाव के बीच आज मॉस्को में भारत और चीन के विदेश मंत्रियों की बैठक होने वाली है। विदेश मंत्री एस जयशंकर और उनके चीनी समकक्ष वांग यी  मॉस्को में कम से कम तीन बार आमने-सामने आने वाले हैं। इस द्विपक्षीय बैठक को एलएसी पर जारी तनाव को कम करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम के रूप में देखा जा रहा है।जयशंकर और वांग  शंघाई सहयोग संगठन एससीओ के विदेश मंत्रियों की बैठक में भाग लेंगे, जिसके बाद रूस-भारत-चीन आरआईसी समूह के विदेश मंत्रियों की भी एक बैठक होगी। यहां भी दोनों आमने-सामने होंगे। लद्दाख में एलएसी पर मई में शुरू हुई गतिरोध के बाद जयशंकर और वांग की यह पहली मुलाकात होगी। दोनों नेताओं ने गलनाव घाटी संघर्ष के दो दिन बाद यानी 17 जून को फोन पर बात की थी। मंगलवार को रूस के लिए रवाना होने से पहले, जयशंकर ने तनाव कम करने और एलएसी के साथ विघटन प्रक्रिया में गतिरोध को समाप्त करने के लिए राजनीतिक बातचीत की आवश्यकता पर जोर दिया। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने  कहा कि अपने रूसी समकक्ष सर्गेई लावरोव के साथ उनकी बेहतरीन वार्ता हुई है। इस दौरान उन्होंने द्विपक्षीय रणनीतिक संबंधों पर चर्चा की और अंतरराष्ट्रीय स्थिति पर भी विचारों का आदान-प्रदान किया। जयशंकर शंघाई सहयोग संगठन एससीओ के विदेश मंत्रियों की बैठक में शामिल होने के लिये चार दिनों की रूस की यात्रा पर यहां हैं। विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव से इस बार व्यक्तिगत रूप से मिल कर खुशी हुई। बेहतरीन वार्ता हुई, जिसमें हमारे विशेष एवं विशेषाधिकार वाली रणनीतिक साझेदारी प्रदर्शित हुई। अंतरराष्ट्रीय स्थिति पर हमारे बीच हुई बातचीत काफी मायने रखती है। कोविड-19 के कारण यह बैठक पहले नहीं हो सकी थी। इससे पहले, जयशंकर ने यहां किर्गिस्तान और ताजिकिस्तान के अपने समकक्षों के साथ अलग-अलग द्विपक्षीय बैठकें कीं। उन्होंने द्विपक्षीय संबंधों एवं दोनों मध्य एशियाई देशों के साथ भारत की रणनीतिक साझेदारी और अधिक मजबूत करने के तरीकों पर चर्चा की। 
 

Related Posts