
वॉशिंगटन । ईरान से बढ़ती तल्खी के बीच अमेरिका इजरायल को अपना सबसे बड़ा गैर परमाणु बम देने की तैयारी में है। यह बम कितनी भी मजबूत बने बंकर को भेदने में सक्षम है। आधिकारिक तौर पर इसे जीबीयू-57 मैसिव ऑर्डिनेंस पैनिट्रेटर प्रिसिजन गाइडेड बम के नाम से जाना जाता है। जबकि, साधारण रूप में इसे बंकर बस्टर बम कहा जाता है। अमेरिकी कांग्रेस के सदस्य जोश गोटहाइमर और ब्रायन मास्ट ने बिपर्टिसन बिल को पेश करने की योजना बनाई है। इस बिल के पारित होते ही अमेरिकी शस्त्रागार में सबसे बड़ा गैर-परमाणु बम जीबीयू-57 इजरायल को दिया जा सकेगा।
विधेयक के पारित हुए बिना स्टेट ऑफ ऑर्ट कहे जाने वाले 14 हजार किलोग्राम वजनी इस बम को किसी दूसरे मुल्क को नहीं दिया जा सकता है। इस बिल को पेश करने जा रहे कांग्रेस के दोनों सदस्यों ने कहा कि हमें यह सुनिश्चित करना चाहिए कि हमारा सहयोगी इजरायल पूरी तरह हथियारों से लैस रहे। वह परमाणु-सशस्त्र ईरान के खतरे सहित कई तरह के आतंवादी गुटों से घिरा हुआ है। यही कारण है कि हम ईरान और हिजबुल्लाह से इजरायल की रक्षा करने के लिए इस विधेयक को पेश करने में गर्व महसूस कर रहे हैं।
यह बम ईरान के किसी भी परमाणु संयंत्र को बर्बाद करने में सक्षम है। हाल में ही ऐसी कई खुफिया रिपोर्ट्स आई हैं कि ईरान तेजी से परमाणु बम बना रहा है। रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि वह अमेरिका के परमाणु समझौते से हटने के बाद तेजी से यूरेनियम का संवर्धन कर रहा है। वह इसी गति से यूरेनियम का संवर्धन करता रहा तो अगले एक से डेढ़ साल में ईरान परमाणु बम बना लेगा।
अमेरिका का बंकर बस्टर बम किसी भी आर्मर या मोटे कंक्रीट की दीवार को भेदने में सक्षम है। इस बम को बोइंग डिफेंस ने बनाया है। अभी तक इसका इस्तेमाल केवल अमेरिकी सेना ही करती रही है। इसे अमेरिकी एयरफोर्स के बी-2 स्ट्रैटजिक बॉम्बर से ही दागा जा सकता है। 14000 किलोग्राम वजनी इस बम की लंबाई 6 मीटर है। यह बम अपने साथ 2404 किलोग्राम तक वॉरहेड ले जाने में सक्षम है।