
बीजिंग । चीन सिर्फ अपने देश खासकर शिनजियांग प्रांत में ही नहीं बल्कि दुनिया के कई देशों में भी उइगर मुलसमानों पर अत्याचार कर रहा है। चीन ने एक उइगर जासूस को अपने मुताबिक काम न करने पर तुर्की के इस्तांबुल में गोली से उड़वा दिया। घटना के बाद उइगर मामलों के एक विशेषज्ञ ने इसबात को उजागर किया है। नार्वे में रहने वाले उइगर मामलों के विशेषज्ञ अब्दूवेली अयूप ने कहा है कि चीनी सरकार अपने नेटवर्क के जरिए पाकिस्तान, तुर्की और दुबई में भी उइगरों का उत्पीड़न कर रही है। उसने उइगरों के बीच अपने जासूस बना रखे हैं। अयूप ने बताया कि जबरन बनाए गए एक उइगर जासूस यूसूफजान अमेट की इस्तांबुल में हत्या करा दी गई। अयूप ने बताया मारे गए जासूस को कई सालों से जानता था। उसने ही उइगरों पर देश के बाहर हो रहे अत्याचारों के संबंध में पूरी जानकारी दी थी। चाइनीज अफेयर डिपार्टमेंट ऑफ द वर्ल्ड कांग्रेस के निदेशक ल्सट कोकबोरे ने कहा कि अन्य देशों में भी उइगरों पर अत्याचार के मामलों का सामने आना चौंकाने वाला है। इसका मतलब है कि चीन की कम्युनिस्ट पार्टी अपने देश में ही नहीं अन्य देशों में भी सक्रिय बनी हुई है।