YUV News Logo
YuvNews
Open in the YuvNews app
OPEN

फ़्लैश न्यूज़

एंटरटेनमेंट बॉलीवुड

शादी के नाम पर एक्ट्रेस फातिमा सना शेख को लगता है डर -मैं खुले विचारों की हूं और शादी आजादी को प्रभावित करती है

 शादी के नाम पर एक्ट्रेस फातिमा सना शेख को लगता है डर -मैं खुले विचारों की हूं और शादी आजादी को प्रभावित करती है

मुंबई। आज की लड़कियां शादी करके घर बसाना ही अपने जीवन का एकमात्र उद्देश्य नहीं समझतीं। अब वह शादी जैसे बंधन में बंधने से पहले हर एक चीज पर बारीकी से विचार करना पसंद करती हैं और शायद ऐसा ही कुछ बॉलीवुड एक्ट्रेस फातिमा सना शेख के साथ भी है, जो जबरदस्ती शादी जैसे बंधन में खुद को नहीं धकेलना चाहतीं। फातिमा सना शेख ने इस बात को कबूल किया है कि 'उन्हें शादी जैसे संस्कार में विश्वास नहीं है, जिसकी वजह से वह कभी भी शादी नहीं करना चाहती हैं। एक्ट्रेस का कहना है कि यदि आप किसी के साथ रहना चाहते हैं, तो आपको वास्तव में एक दस्तावेज पर अपना रिश्ता पक्का करने की जरूरत नहीं है। फातिमा कहती हैं, ‘मैं बहुत खुले विचारों की हूं और शादी मेरी आजादी को प्रभावित करती है।' हालांकि, फातिमा ऐसी पहली लड़की नहीं हैं, जो यूं शादी की तुलना अपनी आजादी से कर रही हों; बल्कि आज समाज में हर दूसरी लड़की का यही कहना है कि शादी के बाद बहुत तक उनकी आजादी खत्म हो जाती है।
   हालांकि, इस बात को भी नकारा नहीं जा सकता कि अगर पार्टनर अच्छा हो तो शादी के बाद भी जिंदगी का लुत्फ पहले से बेहतर तरीके से उठाया जा सकता है। लेकिन शादी की अपनी आजादी से तुलना करना नुकसान के सिवा कुछ नहीं देता। कई महिलाओं का ऐसा मानना है कि जब तक वह किसी रिश्ते में नहीं बंधी होती हैं, तब तक वह जो चाहे करने के लिए स्वतंत्र हैं। शादी होते ही यह तमाम चीजें पूरी तरह से बदल जाती हैं। अब उनकी योजनाओं में उनके पति और ससुरालवाले भी बराबर के हिस्सेदार हैं, जिससे बचने के लिए भी लड़कियां शादी न करने का फैसला लेती हैं। ज्यादातर लड़कियां इसलिए भी शादी जैसे कांसेप्ट से बचना चाहती हैं, क्योंकि वह ज्यादा रोक-टोक वाली जिंदगी में नहीं रह सकतीं। उन्हें वैसा माहौल नहीं मिल पाता है, जिसमें वह रहने की आदी होती हैं। ‘ऐसे कपड़े मत पहनो’, ‘दोस्तों के साथ घूमने मत जाओ’, ‘यह मत करो वो मत करो।’ इन सारी चीजों से बचने के लिए लड़की शादी न करने के फैसले को ही सही मानती हैं। ज्यादातर लड़कियां ऐसा सोचती हैं कि शादी करने का मतलब उनकी महत्वाकांक्षाओं और करियर का अंत है। शादी केवल उन स्थितियों में सही है, जहां महिलाओं को अपना शहर या देश छोड़ना न पड़े। वह जिंदगी के नए पड़ाव के खातिर अपने करियर से ब्रेक नहीं लेना चाहती हैं। वह इस बात को अच्छे से जानती हैं कि किसी नए शहर में शादी करके जाना और वहां अपने लिए नौकरी ढूंढना सबसे मुश्किल काम में से एक है। 
 

Related Posts