
नई दिल्ली । संयुक्त राज्य अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव के परिणामों का विरोध करने के लिए वाशिंगटन डीसी में हजारों की संख्या में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के समर्थन में लोगों ने प्रदर्शन किया। बता दें कि हार के बावजूद ट्रंप हार स्वीकार करने को तैयार नहीं हैं।अब अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर जनवरी में नए प्रशासन के कार्यकाल सम्भालने पर सत्ता का सहज हस्तांतरण सुनिश्चित करने के लिए देश के निर्वाचित राष्ट्रपति जो बाइडेन की टीम के साथ सहयोग करने का दबाव बढ़ रहा है। जनरल सर्विसेज एडमिनिस्ट्रेटन (जीएसए) पर बाइडेन को निर्वाचित राष्ट्रपति के रूप से औपचारिक रूप से मान्यता देने की जिम्मेदारी है। इसके बाद सत्ता हस्तांतरण की प्रक्रिया आरंभ होगी। प्रशासक एमिली मर्फी ने अभी तक यह प्रक्रिया आरंभ नहीं की है और न ही यह बताया है कि वह कब ऐसा करेंगी। एमिली की नियुक्ति ट्रंप ने की थी। बीते सोमवार को ट्रम्प कहा कि मुख्यधारा मीडिया उनके चुनावों में गलत थी और उन्हें चुनावी हस्तक्षेप के लिए बुलाया जाना चाहिए। ट्वीट्स की एक सीरीज में, ट्रम्प ने कहा कि फॉक्स न्यूज, क्विनिपियाक पोल, एबीसी वाशिंगटन पोस्ट, एनबीसी वॉल स्ट्रीट जर्नल के पोल्स इतने गलत थे कि इससे वास्तव में चुनाव पर प्रभाव पड़ा। ट्रंप ने कहा "वे अपने पोल्स में दबाव बनाने की कोशिश कर रहे थे उन्हें चुनाव हस्तक्षेप के लिए तलब किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा ''एबीसी / वेपो ने मुझे विस्कॉन्सिन में चुनाव से एक दिन पहले 17 अंक दिए थे, और मैं जीत गया! आयोवा में, चुनावों में हमारे चार अंक नीचे थे, और मैं 8.2 प्रतिशत से जीता क्विनिपियाक हर चीज पर गलत थे। उन्होंने कहा कि अब तक का सबसे खराब मतदान, और फिर ये सब करने के लिए ये लोग चार साल में वापस आ जाएंगे। यह मतदाता और अभियान वित्त दमन से बहुत अधिक है।