
अदिस अबाबा । विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के प्रमुख टेड्रोस अधानोम घेब्रेयेसस पर इथोपिया में नरसंहार का गंभीर आरोप लगा है। इससे पहले टेड्रोस कोरोना महामारी को छिपाने में चीन की मदद के आरोप से घिर चुके हैं। टेड्रोस के खिलाफ नोबल पुरस्कार के लिए नामित अमेरिकी अर्थशास्त्री डेविड स्टेइनमान ने इंटरनेशनल क्रिमिनल कोर्ट में शिकायत दर्ज कराई है। डेविड ने डब्ल्यूएचओ प्रमुख पर इथोपिया नरसंहार में मदद करने का आरोप लगाया है। डेविड ने आरोप लगाया कि टेड्रोस अधनोम ने एक 'महत्वपूर्ण निर्णय निर्माता' होने के नाते वर्ष 2013 से 2015 तक इथोपिया के सुरक्षा बलों को कार्रवाई करने का निर्देश दिया था। उन्होंने कहा कि टेड्रोस उन तीन अधिकारियों में शामिल थे जो उस दौरान सुरक्षा सेवाओं के प्रभारी थे। इस दौरान बड़े पैमाने पर इथोपिया के लोगों को 'प्रताड़ित' किया गया और उनकी 'हत्या' की गई। टेड्रोस वर्ष 2016 तक इथोपिया के विदेश मंत्री रहे थे और उस समय उनकी पीपल्स लिबरेशन फ्रंट पार्टी सत्ता में थी। तिगरे इलाके में पले-बढ़े टेड्रोस वर्ष 2005 से लेकर 2012 तक इथोपिया के स्वास्थ्य मंत्री भी रह चुके हैं। वर्ष 2017 में टेड्रोस को डब्ल्यूएचओ का प्रमुख चुना गया था। वह पहले ऐसे अफ्रीकी नेता थे जिन्हें इस बड़ी जिम्मेदारी के लिए चुना गया था। हालांकि उनके कार्यकाल में दुनियाभर में कोरोना वायरस फैला और इस महामारी को छिपाने में चीन की मदद करने के आरोपों को लेकर विवादों में आ गए।
अमेरिकी अर्थशास्त्री डेविड वर्ष 2019 में नोबल पुरस्कार के लिए नामित किए गए थे। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक डेविड ने इंटरनेशनल क्रिमिनल कोर्ट में शिकायत दर्ज कराई है कि टेड्रोस के खिलाफ नरसंहार के लिए हेग में मुकदमा चलाया जाना चाहिए। उन्होंने दावा किया कि सुरक्षा बलों की कार्रवाई के दौरान टेड्रोस अधनोम निर्णय लेने वाले एक महत्वपूर्ण व्यक्ति थे। इस फैसले के बाद इथोपिया के सुरक्षा बलों ने देश के लोगों को प्रताड़ित किया, उन्हें जबरन हिरासत में रखा और उनकी हत्याएं की थी। डेविड ने दावा किया कि डब्ल्यूएचओ प्रमुख ने अमहारा, कोंसो, ओरोमो और सोमाली जनजातियों के सदस्यों की हत्याओं और उन्हें शारीरिक तथा मानसिक रूप से नुकसान पहुंचाए जाने को अनदेखा किया। इन आपराधिक कदमों का मकसद इथोपियाई जनजातियों को पूरी तरह से या उनके कुछ हिस्से को पूरी तरह से खत्म कर देना था। डेविड इथोपिया के लोकतांत्रिक आंदोलन के 27 साल तक विदेशी सलाहकार रहे थे जिसे वर्ष 2018 में जीत मिली।